कोरबा जिले की 02 कोयला खदान की होगी नीलामी

कोरबा 01 फरवरी। 11वें दौर में नए 20 कोयला खदान की नीलामी के लिए कोयला मंत्रालय ने प्रक्रिया शुरू की है। कोयला खदान के लिए बोली जमा करने की बोलीदाताओं को ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड की सुविधा दी गयी है।

आगामी 3 फरवरी को बोली खोलने के बाद कोयला खदान की नीलामी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। छत्तीसगढ़ के 3 कोयला खदान में कोरबा जिले की 2 कोयला खदान भी नीलामी सूची में शामिल हैं। कॉमर्शियल माइनिंग से कोल ब्लॉकों से खनन का अधिकार निजी कंपनियों को मिलने लगा है। पहले कोयला खनन में कोल इंडिया का एकाधिकार था, जो अब समाप्त हो गया है।

कॉमर्शियल माइनिंग से कोयला खनन करने के बाद उपयोग व बिक्री की बाध्यता को खत्म करने से निजी प्लेयर्स ने कोयला खदान लेने रूचि दिखाई है। पहले कोयला खदान से खनन की गई कोयले की 50 फीसदी हिस्सा आवंटित कंपनियों को स्वयं के उपयोग में लाना था। घरेलू कोयला उत्पादन बढ़ाने कोयला मंत्रालय ने साल 2028 तक 1.39 बिलियन टन और 2030 तक डेढ़ बिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है। इसे ध्यान में रखते हुए चिन्हित कोयला खदान की वाणिज्यिक नीलामी का 11वां दौर शुरू किया है।

इससे कोयला आधारित बिजली संयंत्रों समेत विभिन्न उद्योगों के लिए आयातित कोयले पर निर्भरता को कम करना है। 11वें दौर में 20 नए कोल ब्लॉकों को नीलामी सूची में रखा है। इसमें कोरबा जिले की चौनपुर और विजय सेंट्रल कोल ब्लॉक भी शामिल है। जिन कोल ब्लॉकों को नीलामी सूची में शामिल किया है उसकी जानकारी पहले ही साझा कर दिया गया था। अब 3 फरवरी को बोली खोलने के बाद कोयला खदान के लिए मिले बोली दाताओं की संख्या स्पष्ट हो जाएगी। इसके बाद कोयला खदान को आबंटित करने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

Spread the word