ढाई घण्टे तक बंधक जैसे हालात में रहे छत्तीसगढ़ के दो कैबिनेट मंत्री.!
कोरबा 12 जनवरी। छत्तीसगढ़ के आदिमजाति कल्याण, पंचायत एवं कृषि मंत्री रामविचार नेताम और उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन आज महिलाओं के एक समूह के घेराव के चलते करीब ढाई घण्टे तक बंधक जैसे हालात में रहने के लिए मजबूर हो गए।
दरअसल दोनों मंत्री आज वनवासी कल्याण आश्रम के सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने कोरबा पहुंचे थे। कार्यक्रम समाप्ति के बाद वे बाहर निकलने लगे तो फ्लोरा मैक्स नामक कम्पनी के हाथों दगी की शिकार हुई लगभग 1000 पीड़ित महिलाएं मौके पर पहुंच गई और मंत्री से स्माल फायनांस कम्पनियों से लिए गए ऋण को शासन द्वारा माफ् किये जाने की मांग करने लगी। जब मंत्री कार्यक्रम से निकलने लगे तो उनके काफिला को कार्यक्रम स्थल पर ही रोक दिया गया। करीब ढाई घण्टे तक दोनों मंत्री बंधक जैसी स्थिति में मौके पर रुके रहे। बाद में ने मन्त्री कर्ज माफी से तो इनकार कर दिया लेकिन कम्पनी की प्रॉपर्टी बेच कर महिलाओं को निवेश की राशि वापस दिलाने का आश्वासन दिया। साथ ही स्माल फ़ायनांश बैंकों द्वारा कर्ज वसूली के लिए प्रताड़ित किये जाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। इसके बाद गतिरोध समाप्त हो सका।
उल्लेखनीय है कि फ़्लोरा मैक्स नामक एक कम्पनी ने महिलाओं को भारी मुनाफा देने का लालच देकर उनसे कम्पनी में निवेश कराया था। कोरबा सहित आस पास के जिलों में हजारों महिलाओं ने स्माल फ़ायनांश बैंकों से कर्ज लेकर कम्पनी में निवेश किया था।इन महिलाओं की संख्या करीब 40 हजार बताई जा रही है। इन महिलाओं ने एक से अधिक और अनेक महिलाओं ने दस दस स्माल फ़ायनांश बैंकों से कर्ज ले रखा है। इस बीच फ़्लोरा मैक्स कम्पनी ने महिलाओं को मुनाफा की राशि का भुगतान एकाएक बन्द कर दिया। इसके बाद कुछ महिलाओं ने कम्पनी की प्रशासन और पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस ने जांच के बाद कम्पनी संचालक सहित 12 महिलाओं को गिरफ्तार कर जमानत के अभाव में जेल भेज दिया है। अब प्रभावित महिलाएं गिरफ्तार लोगों को रिहा करने अथवा बैंक लोन माफ् करने की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि आरोपियों को रिहा कर दिया जाएगा तो वे काम फिर शुरू कर देंगे और महिलाओं को पैसे वापस मिल जाएंगे। उन्हें रिहा नहीं किया जाता है, तो शासन की ओर से उनका कर्ज माफ किया जाना चाहिए। देखिए वीडियो-