शराब घोटाला: कवासी लखमा के खिलाफ ईडी को मिल गए सबूत

रायपुर। शराब घोटाले में कवासी लखमा की मुश्किलें बढ़ने वाली है। ED को ऐसे साक्ष्य मिले हैं, जिससे शराब घोटाले संलिप्तता के मजबूत कड़ी ईडी के हाथ लग गयी है। खुद ईडी ने प्रेस रिलीज जारी कर इस बात की जानकारी दी है कि शराब घोटाले में कवासी लखमा ने नकद लिये थे। आपको बता दें कि पिछले महीने ही ईडी ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबियों के ठिकानों पर दबिश दी थी।
इस दौरान रायपुर, सुकमा और धमतरी में कई ठिकानों पर ईडी ने दबिश दी थी। इस दौरान नेता के साथ-साथ कंट्रेक्टर के ठिकानों पर भी दबिश दी गयी थी। उस दौरान ये दावा किया गया था कि कवासी लखमा और उनके सहयोगियों के ठिकानों से काफी डिजिटल डिवाइस भी ईडी ने जब्त किये हैं।

अब इस मामले में ईडी ने अपने अधिकारी सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट कर बताया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), रायपुर ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम (पी एम एल ए), 2002 के प्रावधानों के तहत 28.12.2024 को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों में तलाशी अभियान चलाया।

तलाशी अभियान के परिणामस्वरूप, ईडी घोटाले की प्रासंगिक अवधि के दौरान कवासी लखमा द्वारा नकद में पीओसी के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाने में सक्षम हो गया है। इसके अलावा, तलाशी में कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके बारे में माना जाता है कि उनमें आपत्तिजनक रिकॉर्ड हैं।

आपको बता दें कि कवासी लखमा के ठिकानों पर छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें समन जारी किया था। लेकिन ना तो कवासी लखमा और ना ही उनके बेटे हरीश लखमा ही ईडी के सामने हाजिर हुए, जिसके बाद उन्हें दूसरा समन जारी किया गया है। माना जा रहा है कि पूछताछ के बाद कवासी लखमा का पक्ष स्पष्ट हो पायेगा। आपको बता दें कि इससे पहले कवासी लखमा ने दावा किया था कि उनके अनपढ़ होने का फायदा अधिकारियों ने उठाया। अधिकारी जहां बोलते थे, वो फाइल में हस्ताक्षर किया करते थे।

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