दीपावली की रात खूब फैला प्रदूषण, एक्यूआई रहा 100 के पार, वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर 102 दर्ज किया गया

कोरबा 03 नवम्बर। दीपावली में पटाखों के कारण खूब प्रदूषण फैला। हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से जारी किए गए 21 से 27 अक्टूबर तक के साप्ताहिक डाटा के अनुसार धनतेरस के दो दिन पहले यानी 27 अक्टूबर को कोरबा के इंदिरा कॉम्प्लेक्स जमनीपाली (एनटीपीसी) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 37.46 दर्ज किया गया था। इसके दो दिन बाद यानी दीपावली की रात यह बढकर 100 के पार पहुंच गया था। औसतन कोरबा के हर इलाके में एक्यूआई दीपावली पर अमूमन 28 अंक की बढ़त पर रहा। हालांकि फिलहाल सीपीसीबी ने अधिकृत तौर पर ताजा डाटा जारी नहीं किया है।

कोरबा में एक्यूआई (शुक्रवार, 1 नवंबर) की स्थिति वायु गुणवत्ता सूचकांक का स्तर 102 दर्ज किया गया है। यानी यह स्तर दीपावली के अगले दिन सुबह साढ़े नौ बजे तक भी खराब श्रेणी में दर्ज किया गया है। यह स्तर पिछले दिन की तुलना में भी 28 अंक अधिक है। एक्यूआई विभिन्न वायु प्रदूषकों और विषैले तत्वों को मापता है। ये रीडिंग हवा में हानिकारक कणों की सांद्रता को दर्शाती हैं। वायु गुणवत्ता का निर्धारण मौसम और प्रदूषण कारकों के आकलन के बाद किया जाता है। कोरबा में दिवाली में दिन के वक्त दिन वायु गुणवत्ता संतोषजनक नहीं था। हालांकि उस दिन जहरीले तत्वों का स्तर 74 था, जो पिछले दिन से 13 अंक कम था। पर देर रात यह स्थिति बदल गई। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) विभिन्न वायु प्रदूषकों को मापता है। यह रीडिंग्स हवा में हानिकारक कणों की सांद्रता को दर्शाती हैं। मौसम और प्रदूषण के कारकों के आकलन के बाद वायु गुणवत्ता निर्धारित की जाती है।

एक्यूआई का मकसद लोगों को यह बताना है कि स्थानीय वायु गुणवत्ता उनके स्वास्थ्य को कैसे प्रभावित करती है।50 का एक्यूआई मान अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है। 300 से ज्यादा का एक्यूआई मान खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है। 101 और 160 के बीच एक्यूआई स्तर नारंगी श्रेणी में आता है।

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