माँ मड़वारानी में नवरात्रि पर्व का हुआ शुभारम्भ
सुखदेव कैवर्त
कोरबा (बरपाली) 21अक्टूबर। मां मड़वारानी पहाड़ ऊपर स्थिति कलमी पेड़ नीचे मां मड़वारानी की मूर्तियों को नहलाने के उपरांत श्रृंगार कर सभी वस्त्रों आभूषणों की विधिवत पूजा अर्चना कर एवं मंदिर की साफ सफाई की गई। इस बर्ष पहाड़ उपर स्थिति मां मड़वारानी मे शारदीय नवरात्रि पर्व 21 से 29 अक्टूबर तक मनाया जा रहा है। बुधवार को विधिवत रूप से मनोकामना ज्योति कलश प्रज्ज्वलित किये गए और इसी के साथ नवरात्रि पर्व का शुभारंभ हो गया।
इस वर्ष नवरात्र पर्व कोविड 19 के कारण जिला कलेक्टर कोरबा के दिये गए आदेश के तहत मनाया जा रहा है। पहाड़ी पर भीड़ नहीं किया जा रहा। मंदिर के दरवाजे बंद रखे गए हैं। मंदिर अंदर लोगों को प्रवेश नही दिया जा रहा। दर्शनार्थियों को बाहर से प्रणाम कर चले जाने कहा जा रहा। किसी को प्रसाद नही दिया जा रहा है। मनोकामनाएं ज्योति कलश प्रज्वलित हो गए हैं। उनका भी दर्शन करने नहीं दिया जा रहा।मोबाइल व्हाट्स अप टी वी चैनल पोर्टल यू ट्यूब, कम्प्यूटर आदि के माध्यम से दर्शन हो रहा है। मंदिर ज्योति भवनों में सी सी कैमरे लगवाए गए है।
पर्वत वासिनी मां मड़वारानी पहाड़ ऊपर मे नवरात्र पर्व पर श्रद्धालुओं की बडी संख्या में आवाजाही शुरू हो चुकी है। वे माता के मंदिर पहुंच कर अपने शिश झुका कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे है लोगों को सोशल डिस्टेनसिंग करने को कहा जा रहा है। मंदिर अंदर अगरबत्ती नहीं जलाने दिया जा रहा है। एक एक कर मंदिर अंदर जाने दिया जा रहा है। वही यहां अनेकों दर्शनीय स्थल है उसमे एक आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। यहां के अनेकों बंदरों लंगूरों का जो लोगों के हाथों से खाने के सामानो को अपने हाथ से खिला रहे है। यहां के लंगूरों द्वारा अभी तक किसी भी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है।छोटे छोटे बच्चों द्वारा अपने हाथों से प्रसाद या खाने के समानो को बेहिचक खिला रहे। यहां के लंगूर श्रद्धालुओं के हाथों को पकड़ कर खाते है। कई लंगूर अपने अपने बच्चों को गोद में लिए हुए है। वे भी बेहिचक खाना खाते है। कई श्रद्धालु उनके साथ फोटोशूट फोटोग्राफी कर रहे है। उनका साथ भी ये लंगूर बंदर देते है।उनके साथ वे आराम से बैठे रहते है। कई परिवार सामूहिक फोटोग्राफी कर सेल्फी लेते हुए देखे जा सकते है जो सुबह से शाम तक चलता रहता है। यह एक आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। यहां आने वाले लोगों मे एक आकर्षण का केंद्र है। यहां सैकड़ों लंगुर है जिनको प्रसाद चना पुडी आदि खिला कर पुण्य लाभ प्राप्त कर आनंदित हो जाते है। यहां के लंगूर बंदरों की मिलनसार व्यवहार के काफी चर्चा होती है। वे किसी के सामान को नहीं ले जाते न ही छिना झपटी करते है।
इसी कड़ी में उरगा थाना प्रभारी एवं उसके स्टाफ के साथ मां मड़वारानी मंदिर पहुंच कर मत्थे टेके। सभी मंदिरों में घूमकर उनकी स्थिति का आंकलन किया एवं समिति के सदस्यों के साथ चर्चा कर सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में चर्चा किया एवं सभी मिलकर नवरात्र पर्व को सफल बनाने की बात कही