निगम अधिकारियों की लापरवाही से वीआईपी एरिया और शहर हो रहा बदसूरत
सुरक्षा अभियान के नाम पर सिर्फ दिखावा
कोरबा 29 सितंबर। नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही से वीआईपी एरिया और शहर बदसूरत होता जा रहा है।। लाखों की वाल पेंटिंग, करोड़ो का फुटपाथ बेतहाशा कब्जा की जद में है। निगम अफसरों ने शायद अतिक्रमण करने की अघोषित छूट दे रखी है।
सडक पर ठेला-खोमचा, पसरा व दुकान लगाने की छूट मिली हुई है। पूरा कचरा सडक किनारे और नाली नाला में फेंक रहे हैं। आम जनता टैक्स के साथ सफाई का सरचार्ज दे देकर परेशान है फिर भी शहर गन्दा है। अभियान के नाम पर सिर्फ और सिर्फ दिखावा ही हो रहा है। कुआं भऋा के बाद जैन चौक, बुधवारी मार्ग , घंटाघर मार्ग आखों से देखकर कब्जा करने की छूट दे दी गई है। पहले एक पसरा लगा, फिर दूसरा, और अब कई ठेले और इनका सामान सडक तक फैलने लगा है। सडक पर दुकान के कारण बीच रोड तक गाडियां खड़ी कर खरीदारी करने वाले हादसों को निमन्त्रण देते हैं। जैन चौक से सफेद हाथी बने फुटपाथ तक तो जैसे कि कब्जादारो ने सडक भी खरीद लिया है। न कोई कानून न व्यवस्था, सिर्फ और सिर्फ दिखावा नजर आता है। ये लोग बुधवारी बाजार को पूरा गन्दा कर रखे हैं। निष्क्रियता प्रशासन की है जो अवैध कब्जाधारी बढ़ते जा रहे हैं और आंख भी दिखा रहे हैं। 5 से 7 लाख का पौनी पसारी तो गप शप केंद्र और नशेडियों का अड्डा बन गया है। प्रशासन व्यवस्था दुरुस्त नहीं कर पा रहा है।
शहर का कोई भी ऐसा इलाका नहीं बचा है जो अतिक्रमण की भेट ना चढ़ा हो, लेकिन शहर के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की खामोशी भी सवालों के घेरे में है, जनप्रतिनिधि चाहे वह सत्ता पक्ष का हो या विपक्ष का कोई भी इस समस्या को लेकर कभी आवाज उठाते नजर नहीं आ रहे मानो जैसे इनका भी मौन संरक्षण शहर में अतिक्रमण करने वालों को मिल रखा हो।