ब्रह्म मुहूर्त में हुई अगहन गुरुवार को लक्ष्मी पूजा
कोरबा 30 नवम्बर। हिंदू कैलेंडर के मार्गशीष (अगहन) महीने की शुरुआत हो गई है। गुरुवार को धार्मिक मान्यताओं के अंतर्गत अनेक घरों में लक्ष्मी पूजा की गई। ब्रह्म मुहूर्त में इस अनुष्ठान को पूरा किया गया। इस पूजा के साथ कोना-कोना रोशनी से जगमगा उठा।
सुख समृद्धि और वैभव की कामना के साथ लक्ष्मी पूजा करने का विधान अगहन महीने के हर गुरुवार को बना हुआ है जिसकी परंपरा सदियों से निभाई जा रही है। सनातन धर्म को मानने वाले वर्ग ने उत्साह के साथ इस पूजा को करने में दिलचस्पी ली। बुधवार की रात्रि आंगन की लिपाई के साथ आटे और छुई मिट्टी से पारंपरिक अल्पनाएं तैयार की गई। इसके साथ ही लक्ष्मी के चरण चिन्ह भी बनाए गए और इसका विधिवत श्रृंगार किया गया। ब्रह्म मुहूर्त में गृह लक्ष्मियों ने स्नान के साथ मौके पर पूजा अर्चना की। आंवला, दूब सहित अन्य वनस्पतियों व फल-फूल से इस विधान की पूर्ति की गई। हर तरफ आलोक व मंगल की कामना करते हुए दीपक प्रज्जवलित किये गए। अगहन के अन्य गुरुवार को भी इस पूजा को किया जाएगा। इससे पहले कार्तिक मास में नदियों और जलाशयों में ब्रह्म स्नान करने में लोगों ने अपने विश्वास को मजबूती से अंजाम दिया।