राखड़ लोड हाइवा की चपेट में आकर एक्टिवा सवार शिक्षिका की मौत

कोरबा 30 नवम्बर। जिले में सड़क दुर्घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। तेज रफ्तार की वजह से लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है। एक बार पुनरू तेज रफ्तार हाइवा ने एक्टिवा सवार शिक्षिका को अपनी चपेट में लिया। इससे घटनास्थल पर ही शिक्षिका की मौत हो गई। नाराज लोगों की भीड़ स्थल पर जमा हो गई और उन्होंने आक्रोश व्यक्त कर वाहनों की गति पर लगाम लगाने की मांग की।

सिविल लाइन रामपुर थाना अंतर्गत यह घटना रिसदी- झगरहा- बरबसपुर मुख्य मार्ग में कबीर आश्रम के पास बुधवार की शाम को घटित हुआ। बताया जा रहा है कि ग्राम बुंदेली स्थित प्राथमिक शाला में पदस्थ शिक्षिका बाल्को निवासी रोशनी बंजारा 29 वर्ष छुट्टी होने पर घर जाने के लिए एक्टिवा में निकली थी। अभी वह कुछ दूर ही पहुंची थी कि कबीर आश्रम के पास राखड़ लोड एक तेज रफ्तार हाइवा ने उसे अपनी चपेट में ले लिया।घटना में शिक्षिका की घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। दुर्घटना होने के साथ ही आसपास उपस्थित लोगों की भीड़ वहां लग गई। इस बीच किसी ने डायल 112 व सिविल लाइन रामपुर पुलिस को घटना की जानकारी दी। स्थल पर पहुंची पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। जहां शव को मर्च्यूरी में रखा दिया गया है।शाम होने की वजह से अब गुरूवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा। मृतका के दो बच्चे हैं और पति बालको में कार्यरत है। वाहन चालक के विरूद्ध पुलिस ने मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है। उधर घटना को लेकर आसपास के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। उनका कहना है कि रोजाना भारी वाहन को तेज गति से चालक चला रहे है। सड़क में धूल व राख गिरने से सड़क फिसलन भरी हो गई है, साथ ही बड़े वाहन चलने से उठने वाली धूल की गुबार से छोटे वाहन चालकों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालक अपना नियंत्रण खो देता है। आज इस जगह पर घटना हुई है, उस जगह पर पहले भी कई सड़क हादसे हो चुके हैं जिसमें आधा दर्जन से भी अधिक लोगों की जान जा चुकी है। इस घटना के बाद मार्ग में दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई। बाद में पुलिस ने मार्ग को व्यवस्थित कर आवागमन दुरूस्त कराया।

ट्रैक्टर, हाइवा समेत अन्य वाहन से रेत व राख का परिवहन किया जा रहा है। इस दौरान नियमों की पूरी तरह अनदेखी की जा रही है। इसका खामियाजा छोटे वाहन चालक को उठाना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि कालोनी के अंदर से भी ट्रैक्टर व हाइवा चालक वाहन चला रहे हैं। इन वाहनों की गति इतनी अधिक होती है कि ब्रेकर में भी ब्रेक नहीं मारते हैं, इससे वाहन से राख व रेत नीचे सड़क में गिर जाता है और मार्ग में चलना मुश्किल हो जाता है। भारी वाहनों के चलने से इससे प्रदूषण उठता है और छोटे वाहन चालक को नहीं दिखता। इस बीच थोड़ी की लापरवाही होने पर वाहन फिसल जाता है और भारी वाहन की चपेट में आने से जान गंवाना पड़ जाता है।

राष्ट्रीय राजमार्ग समेत शहर के अंदर लगातार दुर्घटनाएं हो रही है। पिछले सप्ताह करतला थाना अंतर्गत एक अधिवक्ता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। हालांकि मौत की वजह से स्पष्ट नहीं हो सकी, वहीं पुलिस को शव का शिनाख्त कराने में दो दिन का वक्त लग गया। पिछले सप्ताह की राष्ट्रीय राजमार्ग में पाली के निकट हुई घटना में दवा लेकर लौट रहा बाइक सवार की मौत हो गई थी। ऐसा नही है कि पुलिस दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने कोई उपाय नहीं कर रही है। बावजूद वाहनों के तेज रफ्तार की वजह से दुर्घटनाएं कम होने का नाम नहीं ले रही है और लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है।

Spread the word