करंट से महिला की मौत, नाराज ग्रामीण ने किया प्रदर्शन
कोरबा 25 मई। राइसमिल में लापरवाही पूर्वक काम लिए जाने की वजह से करंट की चपेट में आने से एक महिला मजदूर की मौत हो गई। नाराज स्वजन व गांव के लोगों ने राइस मिल के मुख्य द्वार का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही मृतका के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग रखी। करीब छह घंटा चले आंदोलन के बाद राइस मिल संचालक की ओर से तीन लाख रुपये मुआवजा देने की सहमति जताई गई। 80 हजार तत्काल प्रदान किया गया, तब जाकर मामला शांत हुआ।
कोरबा-चांपा मार्ग में पताढ़ी में संचालित आरआर राइस मिल में सोमवार को काम में लगे मजदूरों के साथ एक महिला मजदूर कलेश्वरी चौकसे भी काम कर रही थी। बताया जा रहा है कि मिल के परिसर में कार्य कर रही थी, इस दौरान आंधी तूफान चलने की वजह से खंभे से टूट कर गिरे बिजली के तार की चपेट में कलेश्वरी आ गई और उस पर किसी की नजर नहीं पड़ी। जिसकी वजह से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। साथ में काम करने वाले मजदूरों की बाद में उस पर नजर पड़ी तो राइस मिल में हड़कंप मच गया। आनन फानन में उसे जिला अस्पताल भेज दिया। जहां चिकित्सक ने परीक्षण उपरांत मृत घोषित कर दिया। शव को मर्च्यूरी में रखा दिया गया। दूसरे दिन मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे मृतका के स्वजन व पहंदा के ग्रामीण राइस मिल जा पहुंचे और संचालक पर असुरक्षित ढंग से काम लिए जाने की वजह से मौत होने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग करने लगे। साथ ही ग्रामीणों की मांग थी कि मृतका के आश्रितों को 25 लाख रूपये मुआवजा राशि दी जाए। इस पर बात नहीं बनी और धरना पर ग्रामीण बैठे रहे। कोरबा सीएसपी योगेश साहू, तहसीलदार ममता मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने मर्ग का मामला पंजीबद्ध कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। अधिकारियों ने कहा कि जांच में जो भी दोषी पाया जाएगाए उसके खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया जाएगा। इसके बाद भी ग्रामीण मुआवजा की मांग को लेकर अड़े रहे। अंततः शाम करीब छह बजे तीन लाख पर बात बनी। 80 हजार तत्काल सहायता राशि प्रदान किया गया और शेष राशि दसगात्र के दिन प्रदान करने का आश्वासन दिया गया, तब कहीं जाकर प्रदर्शन समाप्त किया गया।