फुलसर गांव में हाथियों ने उत्पात मचाते तोड़े दो मकान, धान और चावल को किया चट
कोरबा 13 अगस्त। वनमंडल कटघोरा के केंदई ऐतमा नगर व पसान रेंज में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। रोजाना हाथियों द्वारा ग्रामीणों के घरों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और फसलें भी रौंदी भी जा रही है।
वन अमला इसे रोकने में नाकाम है। हाथियों के उत्पात से ग्रामीण अच्छे खासे परेशान है। उनकी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सिवाय लेमरू प्रोजेक्ट का सपना दिखाने के अलावा वन विभाग के अफसर या जिला प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है। पश्चिम बंगाल से हाथियों को खदेडऩे के लिए हुल्ला पार्टी बुलायी गई है। यह पार्टी भी हाथियों को नियंत्रित करने में फेल साबित हो रही है। जब से हुल्ला पार्टी ने यहां आमद दी है तथा मोर्चा संभाला है हाथियों का उत्पात कम होने के बजाय और भी बढ़ता जा रहा है।
बीती रात केंदई वनपरिक्षेत्र के कोरबी सर्किल में घूम रहे दो दंतैल हाथी फुलसर गांव की बस्ती में घुस गए और यहां के बाहरी क्षेत्र में स्थित शांतिबाई सारथी एवं रामकुमार नामक दो ग्रामीणों के मकान को ध्वस्त करने के बाद वहां रखे धान चांवल व अन्य अनाज को चट कर दिया। रात में दंतैल हाथियों के पहुंचने व घर तोड़े जाने की सूचना पर वनविभाग के अधिकारी व कर्मचारी आज सुबह फूलसर पहुंचे और दंतैल हाथियों द्वारा रात में किये गए नुकसानी का सर्वे करने के साथ ही रिपोर्ट तैयार की। जिस समय हाथियों ने यहां हमला किया। दोनों घरों में कोई भी लोग उपस्थित नहीं थे। हाथी के क्षेत्र में मंडराने की सूचना मिलने पर अपने पड़ोसी के पक्के मकान में शरण ले लिए थे। जिसकी वजह से कोई जनहानि नहीं हुई। उधर ऐतमानगर रेंज के बोदनाडांड में 37 हाथी अभी भी घूम रहे हैं। इन हाथियों ने तत्काल कोई नुकसान नहीं पहुंचाया है। रात में जंगल में ही घूमते रहे। हाथियों की चिंघाड़ से जंगल गूंजता रहा।