मादा हाथी ने किया धरमजयगढ़ का रूख, वन विभाग ने ली राहत की सांस
कोरबा 11 जुलाई। वन मंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज अंतर्गत गुरमा परिसर में बीमार उम्र दराज मादा हाथी वन विभाग द्वारा कराये गए उपचार के बाद तंदरूस्त हो गई है। मादा हाथी ठीक होने के बाद बीती रात धरमजयगढ़ क्षेत्र का रूख की और बोडो जंगल पहुंच गई। मादा हाथी को आज सुबह यहां के जंगल में देखा गया।
मादा हाथी कुदमुरा क्षेत्र में पहुंचने के बाद ठीक से चल नहीं पा रही थी। देखने में भी अस्मर्थ थी। जानकारी होने पर वन विभाग के अधिकारियों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर उसका उपचार कराया। इस दौरान विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी बुलाया गया था। डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद हाथी को गुड़ के साथ एंटीबायोटिक व मल्टीविटामिन की दवा खिलाने की सलाह दी थी। डॉक्टरों की सलाह पर मादा हाथी को लगातार तीन-चार दिनों तक दवा खिलाया गया। दवा खाने के बाद हाथी स्वास्थ्य में सुधार आया और वह चलने-फिरने में सक्षम हुई दो दिनों तक मांड नदी के किनारे विचरण करने के बाद कल रात 3 बजे के लगभग धरमजयगढ़ क्षेत्र का रूख किया और चलते-चलते बोडो जंगल पहुंच गई। आज सुबह हाथी का लोकेशन यहां दिखाये जाने पर वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है। इससे पहले बीमार हाथी को लेकर चिंता काफी बढ़ गई थी। वन विभाग के अधिकारियों ने हाथी के निगरानी के लिए टीम गठित कर वन कर्मियों की ड्यूटी लगा दी थी, जो लगातार निगरानी हाथी की पल-पल की जानकारी दे रहे थे।