बोगस परमिट पर चल रही थी बस, शिकायत पर पुलिस ने की कार्यवाही
कोरबा 2 मार्च। कोरबा से उत्तर प्रदेश झारखंड बिहार उड़ीसा के लिए बसें संचालित हो रहे हैं निजी ऑपरेटर इस काम में लगे हुए हैं मध्य प्रदेश राज्य परिवहन निगम के भंग होने के बाद से अधिकांश मार्गों पर निजी ऑपरेटर का कब्जा हो गया है इसके साथ ही कई प्रकार की अनियमितताएं सामने आ रही हैं कोरबा में ऐसे ही एक शिकायत पर सरकारी तंत्र ने संज्ञान लिया और बिहार के सासाराम के लिए चलने वाली पॉपुलर बस पर कार्रवाई की खबर मिली थी कि बिना परमिट के यह बस चलाई जा रही है प्रशासन के द्वारा की गई कार्रवाई से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई औरंगाबाद और डेहरी ऑन सोन के लिए यात्रा करने वाले लोगों को इस दौरान काफ ी दिक्कतें हुई उन्होंने जो टिकट प्रदर्शित की इसे देखकर लगा कि बसों के संचालन करता किराना दुकान में उपयोग की जाने वाली पक्षियों का उपयोग कर रहे हैं।
इस मामले को लेकर बस एजेंट प्यारे यादव ने बताया कि बिहार के सासाराम के लिए अवैध रूप से बस चलाई जा रही हैं इसे लेकर हमने शिकायत की थी इस पर प्रशासन ने कार्रवाई की यादव ने बताया कि वैद्य परमिट के साथ जो बस संचालित हो रही है उसके लिए अनावश्यक परेशानी खड़ी करने का काम किया जा रहा है यादव ने बताया कि बीते वर्ष जबरन के मामले में उसे फंसाने की कोशिश की गई बाद में स्पष्ट हुआ कि 420 का कोई मामला बनता ही नहीं। निजी बस मालिक संघ के पदाधिकारी बृजेश त्रिपाठी ने बताया कि अवैध रूप से चलने वाले वाहनों पर शक्ति बरतने की आवश्यकता है। सासाराम के संचालित पॉपुलर बस पर सवाल खड़े होने पर दूसरा पक्ष बचाव में सामने आ गया राजेंद्र पुरी ने बताया कि रास्ते में वाहन खराब होने पर दूसरे वाहन को उपयोग में लाया गया इसका भी विशेष परमिट था। बस एजेंट धनेश्वर साहू ने विवाद को लेकर बताया कि एकाधिकार को लेकर यह सब हो रहा है इसमें हम सही हैं। ऐसे मामले पहले भी प्रकाश में आ चुके हैं इन सबके बावजूद आधे अधूरे नींबू के साथ अंतर राज्य मार्गों पर बसें दौड़ रही हैं ऑपरेटर्स कमाई कर रहे हैं और अगर परेशान हो रहा है तो वह है आम यात्री ऐसे मामलों परिवहन विभाग क्या कर रहा है समझ से बाहर है