सागौन व नीलगिरी के वृक्षों से होगी समृद्धि
बुका में कार्यशाला आयोजित की वन विभाग ने
कोरबा 20 जून। वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार जिले के कटघोरा वनमंडल अंतर्गत केंदई रेंज एवं एतमानगर के किसान एवं कर्मचारी की उपस्थिति में किसान वृक्ष मित्र योजना का कार्यशाला जलविहार बुका में 19 जून को रखा गया। इसमें केंदई और एतमानगर रेंज के किसानों को रेंजर अभिषेक दुबे एवं देवदत्त खांडे द्वारा क्लोनर नीलगिरी के बारे में चर्चा कर रोपण, खाद, कीटनाशक, पौधा लगाने की विधि एवं अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। कार्यशाला में ओरिएंट पेपर मील के तरफ से दिनेश साकेत एवं तकनीकी सहायक विवेक परासर उपस्थित रहे।
कार्यशाला में बताया गया कि किसान वृक्ष मित्र योजना के तहत 5 एकड़ तक निरूशुल्क पौधा एवं इससे अधिक उपर 50 प्रतिशत अनुदान शासन द्वारा दिया जाएगा। कार्यशाला में पौधों के प्रजाति के आधार पर प्रति एकड़ पौधों की संख्या एवं अंतराल की भी जानकारी दी गई। बताया गया कि क्लोनर नीलगिरी को 900 पौधा प्रति एकड़ लगाना है जबकि टिशु कल्चर सागौन को 250 पौधा प्रति एकड़ रोपित करना है। नीलगिरी का पौधा 4 वर्षों में तथा सागौन का पौधा 12 वर्ष में तैयार होगा, जहां नीलगिरी पौधे का उत्पादन प्रति एकड़ 30 टन होगा वहीं सागौन प्रति पौधा 7.50-10 क्यूबिक फीट होगा। प्रति एकड़ उत्पादन की स्थिति 1500 क्यूबिक होगी। जहां सागौन का बाजार दर 18 हजार प्रति क्यूबिक फीट रहेगा वहीं नीलगिरी का बाजार दर 3000 रुपए प्रति टन होगा। इस तरह जहां नीलगिरी के पौधे लगाने से किसानों को 4 वर्ष पश्चात् प्रति एकड़ 90 हजार लाभ होगा वहीं सागौन पौधे से 12 वर्ष पश्चात् प्रति एकड़ 27 लाख का लाभ मिलेगा।