बलौदा बाजार अग्निकांड : अब तक हुई 7 FIR और 200 गिरफ्तारियां, वीडियो फुटेज के आधार पर हो रही आरोपियों की तलाश

बलौदा बाजार 11 जून। कलेक्ट्रेट कार्यालय में हुई हिंसक घटना और आगजनी मामले में पुलिस ने अब तक 7 आपराधिक प्रकरण दर्ज किए है। इसके अलावा 200 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तारी के लिए जिला और पुलिस प्रशासन CCTV और मीडिया द्वारा लिए गए वीडियो फुटेज का सहारा लिया जा रहा है। प्रशासन का दावा है कि घटना में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।

पुलिस कार्रवाई के बारे में स्थानीय मीडिया को जानकारी देते हुए बलौदाबाजार-भाटापारा के SP सदानंद कुमार ने बताया सोमवार की घटना के सिलसिले में सात अपराध दर्ज किए हैं। आगजनी में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए पुलिस की 12 टीमें गठित की गई हैं, जिन्हें अलग-अलग स्थानों पर भेजा गया है। इसके अलावा CCTV फुटेज, पुलिस द्वारा की गई विरोध-प्रदर्शन की वीडियोग्राफी और मीडियाकर्मियों सहित अन्य स्रोतों से प्राप्त वीडियो फुटेज के आधार पर मुख्य आरोपी और अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है। पहचान होते ही उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। गिरफ्तारी अभी कई दिन चल सकती है।
पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा कि आरोपियों को पकड़ने के लिए हम पड़ोसी राज्य और अन्य जिलों के एसपी से संपर्क कर सहयोग के रहे हैं। कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कागजी कार्रवाई पूरी होने के बाद इस संबंध में पूरी जानकारी दी जाएगी। आगजनी से होने वाले नुकसान के संबंध में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि अभी को आकलन किया गया है उसके अनुसार चार पहिया और दोपहिया वाहनों को मिलाकर 100 से ज्यादा वाहनों को नुकसान पहुंचा है। कुल नुकसान का आकलन करने के लिए एक टीम गठित का गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों के हमले में 45 से 50 पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई हैं, जिनमें से एक की हालत गम्भीर बताई जा रही है। जिसके बाद उसे बिलासपुर जिले के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया से बात करते हुए जिले के कलेक्टर केएल चौहान ने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार हिंसा के मामले में अबतक लगभग 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपियों का पता लगाने के लिए कार्रवाई जारी है।

आपको बता दें कि 15 मई की देर रात सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी धाम से करीब 5 किमी दूर मानाकोनी बस्ती स्थित बाघिन गुफा में जैतखाम को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। जैतखाम तोड़े जाने के विरोध में समाज के हजारों लोग कलेक्ट्रेट के पास मौजूद दशहरा मैदान में कई दिन से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था। लेकिन समाज के लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपी नहीं हैं, पुलिस दोषियों को बचा रही है। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर उग्र हो गए और प्रदर्शन हिंसक हो गई। कलेक्ट्रेट परिसर में सतनामी समाज हजारों लोग घुस गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। हिंसक भीड़ ने देखते ही देखते कलेक्टर और SP के कार्यालय को आग के हवाले कर दी। इसके अलावा परिसर के अंदर खड़ी दोपहिया और चारपहिया वाहनों में भी आग लगा दी। इनमें से कई सरकारी गाड़ियां थी जबकि ज्यादातर निजी वाहन थे जो किसी न किसी काम से कलेक्ट्रेट आए थे। इस हिंसक प्रदर्शन में कई पुलिस कर्मचारियों को चोट आई है। एक दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है।

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