झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन से गर्भस्थ शिशु की मौत.. CMHO ने दिए जाँच के आदेश

कोरबा 02 जून. जिले के ग्राम कोटाद्वारी में गलत इलाज के कारण गर्भवती महिला के 7 महीने के गर्भस्थ शिशु की मृत्यु हो जाने का आरोप लगाया गया हैं। हालत बिगड़ने के बाद महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन शिशु को बचाया नहीं जा सका। इस मामले में सीएमएचओ ने जांच के आदेश सेक्टर डॉक्टर को जारी किये हैं।
जानकारी के अनुसार ग्राम कोटाद्वारी की रहने वाली महिला 7 महीने की गर्भवती थी। अचानक दर्द होने पर उसने पास में रहने वाले एक झोलाछाप डॉक्टर से संपर्क किया। पीड़ित पक्ष के मुताबिक एक इंजेक्शन दिए जाने के बाद स्थिति बिगड़ गई जिस पर परिजनों को अवगत कराया गया।

गर्भस्थ शिशु को नहीं बचा सके डॉक्टर

आनन-फानन में महिला को कोरबा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने उसकी स्थिति तो जरूर संभाल ली लेकिन महिला के गर्भस्थ शिशु को नहीं बचा सके। सीएमएचओ डॉक्टर एस.एन. केसरी ने बताया कि ग्राम कोटाद्वारी के इस प्रकरण में झोलाछाप डॉक्टर की भूमिका की जानकारी मिली हैं। संबंधित महिला सरकारी चिकित्सालय में नहीं गई थी।
सीएमएचओ ने बताया कि इस मामले में सेक्टर डॉक्टर को जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके साथ ही आसपास की इलाके में सक्रिय ऐसे सभी झोलाछाप डॉक्टर को प्रैक्टिस करने से मना करने के लिए कहा गया है। प्रशासन की ओर से पहले ही इस तरह का सर्कुलर जारी किया गया हैं।

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