कोल माइंस में शुरू हुआ स्थानीय और बाहरी को लेकर संघर्ष
आउट सोर्सिंग से संबंधित रोजगार नियोजन की स्थिति श्रम मंत्री की ओर से मांगी गई
कोरबा 16 मई। जिले के कोलफील्ड् में आने वाले दिन प्रशासन और पुलिस के लिए चुनौती भरे हो सकते हैं। वजह है स्थानीय और बाहरी को लेकर शुरू हुआ संघर्ष। पिछले दो दिन से इस प्रकार के मामले यहां-वहां पेश आए हैं।
एसईसीएल के कोरबा, कुसमुंडा, गेवरा और दीपका विस्तार क्षेत्र के अंतर्गत संचालित होने वाले खदानों में सरकार के नियम के अंतर्गत ग्लोबल टेंडर के आधार पर आउट सोर्सिंग पर काम दिए गए हैं। पात्रता के आधार पर दूसरे राज्यों की कंपनियां इसमें सफल रहे। वे अपने हिसाब से वाहन चालकों को लेकर श्रमिकों को नियोजित करने के साथ काम ले रही है। इनमें ओडिसा, दिल्ली, राजस्थान व अन्य राज्यों की कंपनियां शामिल हैं जिन्हें कोलफील्ड्स में काम मिले हैं। इन कंपनियों के पास रोजगार के मसले को लेकर पिछले दो दिन में नीलकंठम और रूंगटा के समक्ष परेशानियां हुईं। इस दौरान मौके पर काम करने वाले लोगों से जानकारी जुटाते हुए उन्हें धमकाना भी शुरू कर दिया गया।
इस प्रकार के वीडियो अब वायरल हो रहे हैं। पूरा प्रकरण स्थानीय और बाहरी को लेकर सामने आया है। याद रहे पब्लिक सेक्टर में आउट सोर्सिंग से संबंधित कार्यों में रोजगार नियोजन की स्थिति श्रम मंत्री की ओर से मांगी गई है। इसके साथ ही एसईसीएल के साथ जिन लोगों का पंगा लंबे समय से चल रहा है उन्हें बैठे-बैठे हथियार मिल गया है। वे इसी की आड़ लेकर दबाव को तेज करने में लगे हैं।