मासांत से पहले 1.31 लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण करने का लक्ष्य
कोरबा 12 मई। ग्रीन गोल्ड के नाम पर पहचाने जाने वाले तेंदूपत्ता ने न केवल वन विभाग की आमदनी बढ़ाई है बल्कि संग्राहकों को भी अपना जीवन स्तर ऊंचा उठाने का मौका दिया है। जिले के दो वनमंडल के अंतर्गत तेंदूपत्ता संग्रहण का काम जोर-शोर से चल रहा है। सरकार की नीति के अंतर्गत इस बार संग्राहकों को पारिश्रमिक का भुगतान ऑनलाइन किया जा रहा है। विपरित परिस्थितियों के बावजूद विभाग ने आशा जताई है कि समय पर वर्ष 2024 को संग्रहण लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा।
कोरबा जिले के कोरबा और कटघोरा वनमंडल में आने वाले 12 वन परिक्षेत्र में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य मई की शुरुआत से हुआ है। इसके लिए एक महीने का समय निर्धारित किया गया है। हालांकि अवधि का निर्धारण इस बात पर भी टिका होता है कि संबंधित क्षेत्र में तेंदूपत्ता कितनी मात्रा में मिल रहा है और कामकाज की गति क्या है। कोरबा वनमंडल के लिए सरकार की ओर से 55 हजार मानक बोरा और कटघोरा के लिए 76300 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। दोनों वनमंडल को मिलाकर 86 हजार 852 संग्राहक इस काम में जुड़े हुए हैं। कोरबा वनमंडल में 38 हजार संग्राहकों को इस काम में शामिल कर रोजगार दिया गया है जबकि कटघोरा वनमंडल में यह संख्या 48 हजार 852 है। राज्य सरकार पिछली बार के मुकाबले तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य से जुड़े श्रमिकों को 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर पर भुगतान कर रही है।
छत्तीसगढ़ के गठन के बाद से अब तक की यह सर्वाधिक राशि है जिसने ग्रामीणों को खुश किया है। बीते विधानसभा चुनाव के दौरान कामकाजी लोगों को लेकर मुख्य रूप से तत्कालीन कांग्रेस सरकार और भाजपा ने अपने-अपने घोषणा पत्र जारी किये थे जिसमें तेंदूपत्ता संग्राहकों को अधिक राशि देने के दावे किये गए थे। भाजपा के नेतृत्व में बनी सरकार ने बाजी मारी है। उक्तानुसार संग्राहकों को तेंदूपत्ता एकत्र करने को लेकर राशि का ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है। जिले में उपस्थित वन संपदा काफी समृद्ध है और वन क्षेत्र में रहने वाली आबादी के लिए सबसे बड़ा आर्थिक सहारा भी है। कई प्रकार की वनोपज कोरबा जिले के वनों में वर्षों से होती रही है। इसमें लाख, चपड़ा, तेंदूपत्ता, महुआ, चार, चिरौंजी मुख्य हैं। इन पर आधारित प्रसंस्करण इकाईयां शुरू करने के लिए संबंधित लोगों को काफी लाभ प्राप्त हो रहा है। वन विभाग ने तेेंदूपत्ता संग्रहण की पद्धति में बहुत ज्यादा बदलाव नहीं किया है। संग्रहण का काम पहले के जैसा ही है। पिछली घटनाओं को ध्यान में रख आसपास के इलाके में आग लगाने जैसे कारनामो पर निगरानी की गई। कोरबा वनमंडल में कहीं एक मई से तो कुछ स्थानों पर विलंब से संग्रहण कार्य शुरू हुआ है। 38 हजार संग्राहक काम में लगे हैं। हर सप्ताह श्रमिकों को उनके खाते में ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है।
कटघोरा वनमंडल के अंतर्गत 6 वन परिक्षेत्र के 482 फड़ में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू कराया गया है। संबंधित समितियों के लिए काम करने वाले अमले को पहले ही आवश्यक प्रशिक्षण दे दिया गया था। इस सत्र में संग्रहण के लिए वनमंडल के 48 हजार 852 लोगों को रोजगार का अवसर दिया गया है। उनके माध्यम से संग्रहण का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए काम जारी है। आशा है कि सबकुछ बेहतर रहा तो संग्रहण का लक्ष्य 23 मई तक पूरा कर लिया जाएगा।