कुकरीचोली के मकान में माता-पिता और बालिका के शव मिले, प्रथम दृष्टया में हत्या का मामला
एक मृतक के सिर पर चोट, दूसरे के गले पर फंदे के निशान
कोरबा 09 मई। कुकरीचोली गांव में जयराम उसकी पत्नी और एक बेटी के शव घर पर मिले। परिजनों को सबसे पहले इस बारे में जानकारी हुई। बालिका को आवाज लगाने के बाद भीतर से काफी देर तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो परिजन सख्ते में आए। दरवाजा तोडने के बाद अंदर का हाल देखा तो लोग हतप्रभ रह गए कि यह सब कैसे हुआ। उरगा पुलिस सहित विभाग के उच्चाधिकारी और डॉग स्क्वायड को जांच के लिए लगाया गया है। फोरेंसिक एक्सपर्ट की मदद भी मामले का सच जानने के लिए ली जा रही है।
उरगा पुलिस इस घटनाक्रम को लेकर मर्ग कायम किया है। घटनाक्रम में जयराम रजक, पत्नी सुजाता रजक और एक वर्ष की पुत्री की मौत हो गई। 25 वर्षीय जयराम रजक के साथ ही उसकी पत्नी व बेटी के शव एक ही कमरे में मिले हैं। उरगा पुलिस थाना से तीन किलोमीटर दूर कुकरीचोली गांव स्थित है जहां पर यह घटना हुई। मृतक जयराम के तीन और भाई हैं जो आसपास में निवासरत हैं। आज सुबह जयराम की बेटी को उनके परिजनों ने आवाज दी लेकिन भीतर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। काफी देर तक प्रयास के बाद जब सफलता नहीं मिली तो लोग आशंका से घिर गए कि आखिर क्या कुछ हुआ है। इस दौरान दरवाजा को हटाकर देखा गया तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। स्थानीय लोगों को इस संबंध में सूचित किया गया। मौके पर पाया गया कि जयराम, पत्नी सुजाता और बेटी के शव यहां पड़े हैं। जयराम के सिर पर चोट के निशान मिले जबकि पत्नी के गले पर फंदे के निशान देखे गए। उसके ठीक बगल में बेटी मिली है। प्रथम दृष्टया इस मामले को हत्या से जोडकर देखा गया लेकिन स्थितियों का बारिकी से जायजा लेने पर कहानी कुछ और नजर आ रही है। उरगा थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा सहित जिले के पुलिस अधिकारी फोरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वायड ने कुकरीचोली के घटना स्थल का जायजा लिया। जयराम के परिजनों के अलावा अन्य लोगों से प्राथमिक जानकारी हासिल की गई ताकि इस बारे में कुछ तो पता चले।
चूंकि जयराम के सिर पर चोट के निशान हैं और वह लहूलुहान स्थिति में मिला है। ऐसे में तय माना जा रहा है कि किसी और ने उसकी हत्या की है। जबकि पत्नी और बेटी की मौत पर असमंजस की स्थिति बनी है कि इसके पीछे का कारण क्या है। कई बिंदुओं पर होने वाली जांच से उजागर होगा कि सच्चाई क्या है। गंभीर किस्म के मामलों में परिणाम तक पहुंचने के लिए पुलिस कई स्तर पर काम करती है। विधि विज्ञान के विशेषज्ञों के साथ-साथ दूसरी विशेषज्ञता हासिल में महारत प्राप्त तंत्र की सहायता भी लेती है। साथ ही अपराध शास्त्र से संबंधित कई संदर्भों पर काम करने के साथ अध्ययन करती है कि मौजूदा प्रकरण का कनेक्शन आखिर किस तरफ हो सकता है। पूर्व में कोरबा जिले की पुलिस ने क्रिटिकल लगने वाले अनेक मामलों को काफी समय के बाद सुलझाने में सफलता प्राप्त की है।