कांग्रेस को एक और झटका, पार्षद अमरजीत ने पार्टी छोड़ा- भाजपा को दिया समर्थन
कोरबा 6 मई। नगर निगम अंतर्गत वार्ड 59 पार्षद व एम आई सी सदस्य, कोरबा कांग्रेस पार्टी के संयुक्त महामंत्री और कद्दावर नेता अमरजीत सिंह ने आज कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा पत्र के माध्यम से कांग्रेस कोरबा शहर जिलाध्यक्ष श्रीमती सपना चौहान को सौंपा है। आपको बता दें पार्षद अमरजीत सिंह पूर्व विधायक और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के बेहद करीबी माने जाते रहें हैं, वहीं चरण दास महंत से भी उनका जुड़ाव रहा हैं ।
वर्ष 1996 से वे कांग्रेस पार्टी में बड़ी ही सक्रियता के साथ जुड़े रहें हैं।भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन, यूथ कांग्रेस, कांग्रेस कमेटी एवम वर्तमान में कोरबा नगर निगम के एम आई सी सम्मानित सदस्य के रूप में जनता की निस्वार्थ सेवा करते आए हैं। अमरजीत सिंह की नदी इस पार आम जनता में बड़ी लोकप्रियता है, सड़क से लेकर खदान तक की आम जनों की समस्याओं को उन्होंने प्रमुखता से उठाया है और हजारों लोगों को उन्हे उनके अधिकार को दिलाने में सहयोग किया है। शुरुवाती दौर से ही सड़क पर उतर कर सड़क की लड़ाई लड़ने वाले कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही के रूप में उन्होंने हर चुनाव में अपनी पार्टी को बड़ी बढ़त दिलाई है।
पार्टी के साथ साथ आम लोगों से उनका आत्मीय जुड़ाव रहा है यही वजह है की उनकी एक आवाज पर हजारों लोग उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहते हैं। उन्ही के नेतृत्व में नदी इस पार कोरबा नगर निगम में कांग्रेस के लगभग आधे दर्जन पार्षदों ने जीत दर्ज की है। बावजूद इसके प्रदेश में बीते कांग्रेस की सरकार में उनके ऊपर कई झूठे अपराधिक मामले दर्ज हुए। कांग्रेस पार्टी में रहकर पार्टी के प्रति पूरी आस्था और निष्ठा के साथ उन्होंने काम किया,
बावजूद इसके कई झूठे प्रकरण में उन्हे कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाने पड़ गए । कांग्रेस के तत्कालीन प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के विधान सभा चुनाव से पूर्व कोरबा प्रवास के दौरान कोरबा नगर निगम के लगभग 27 से 29 पार्षद, जिले के बड़े नेता, पदाधिकारी और हजारों कार्यकर्ताओं ने उनके ऊपर दर्ज हुए झूठे मामले को लेकर शिकायत की थी। पंरतु प्रदेश प्रभारी ने उनके इस शिकायत पर ध्यान तक नही दिया,ना ही जांच के आदेश दिए। दूसरी तरफ कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत से भी शिकायत किया गया परंतु वहां भी कोई सार्थक पहल नही हुई।
इसके अलावा प्रदेश के किसी भी बड़े नेता ने उनकी मदद नहीं की। कई माह के लंबे संघर्ष के बाद कोर्ट ने उनके ऊपर दर्ज हुए कई मामलों को गलत बताते हुए उन्हे राहत दी। कांग्रेस काल में अपने साथ हुए दुखद पक्ष पात को लेकर बेहद ही क्षुब्धता के साथ पार्षद अमरजीत सिंह ने आखिरकार आज सोमवार को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे ही दिया। भाजपा प्रत्याशी को समर्थन.. वहीं उन्होंने वर्तमान कोरबा लोकसभा की भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को समर्थन देने की बात कहते हुए कहा कि जिस तरह से बीते कुछ वर्षों से नदी इस पार में विकास कार्य उपेक्षित रहा है,
क्षेत्र की जनता परेशान रही है, दीदी सरोज पांडेय के सांसद बनने के उपरांत क्षेत्र का चहुमुखी विकास होगा। निश्चित रूप से चुनाव के एक दिन पूर्व अमरजीत सिंह के कांग्रेस छोड़ने की खबर से नदी इस पार की उनकी विशाल जनसमर्थन के प्रभाव से कांग्रेस पार्टी को बड़ा नुकसान होने की संभावना है।