एसईसीएल प्रबंधन ने बिना सूचना दिये तुड़वाए ग्रामीणों का मकान, दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग

कोरबा 04 अप्रेल। सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया के अधीन संचालित एसईसीएल बिलासपुर की कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत एसईसीएल की मेगा प्रोजेक्ट एसईसीएल की दीपका परियोजना ने बिना सूचना दिए ग्राम सुवाभोड़ी में स्थित आवासों एवं लगाये गये पेड़-पौधे को एसईसीएल दीपका विस्तार परियोजना द्वारा अनुविभागीय अधिकारी (रा.) पाली एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का संरक्षण पाकर बल पूर्वक तोड़ कर समतल किये जाने के विरुद्ध जाँच कर उचित कार्यवाही की मांग की गई है।

इस मामले में आयुक्त (कमिश्नर) बिलासपुर, कोरबा कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया है कि एसईसीएल दीपका विस्तार परियोजना के अंतर्गत हमारी भूमि एवं मकान को एसईसीएल दीपका क्षेत्र द्वारा सन् 2004 में अर्जन किया गया है। उक्त समस्त भूमि और मकान के अर्जन के कारण मध्य प्रदेश पुनर्वास नीति के तहत रोजगार के पात्र हैं। हमारे द्वारा एसईसीएल दीपका में रोजगार हेतु उच्च न्यायालय, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) में याचिका प्रस्तुत की गई है जो कि वर्तमान में लंबित है। बताया जा रहा हैं की एसईसीएल के द्वारा भूमि व मकान का अधिग्रहण करने के पश्चात गलत मुआवजा की राशि देने का प्रयास किया गया जिसे हमारे द्वारा लेने से इंकार करने पर जबरन गलत मुआवजा राशि को दीपका प्रबंधन द्वारा ट्रिब्यूनल कोर्ट, बिलासपुर में जमा कर दिया गया है जो वर्तमान में लंबित है। उक्त ट्रिब्यूनल कोर्ट में जमा की गई राशि हमारे द्वारा नहीं लेने के कारण एसईसीएल दीपका क्षेत्र प्रबंधन ने आक्रोश में आकर दमन पूर्वक कार्यवाही करते हुए 02 अप्रैल को बिना किसी नोटिस-सूचना दिये अमित सक्सेना (मुख्य महाप्रबंधक), पार्थ मुखर्जी (महाप्रबंधक संचालन), देवेन्द्र कुमार मेश्राम (सीनियर ऑफिसर माइनिंग), मिथिलेश मधुकर (नोडल अधिकारी), अनूप कुमार मंडवारिया (चीफ मैनेजर), राजकुमार शर्मा (पर्सनल मैनेजर), जेतेद्र दुबे (असिस्टेंट पर्सनल मैनेजर), दीपका क्षेत्र द्वारा अनुविभागीय अधिकारी (रा.) पाली, तहसीलदार हरदीबजार एवं पटवारी को साथ में लेकर 3 अप्रैल को सुबह लगभग 5 बजे ग्राम सुवाभोड़ी पहुंचे और उनका संरक्षण पाकर एसईसीएल दीपका क्षेत्र प्रबंधन, 3 जेसीबी लेकर पहुंचे। बलपूर्वक ग्राम सुवाभोड़ी स्थित हमारे समस्त मकानों को पूरा तोड़-फोड़ कर समतल कर दिया गया है जिससे घर सहित घर में रखे सभी सामान क्षतिग्रस्त हो गये हैं।

प्रार्थी ग्राम सुवाभोड़ी के पंचायत चौनपुर की सरपंच मीना जगत सहित पीडित सनिज कुमार पिता धन सिंह, लोकेश कुमार पिता रामचंद्र, श्रीमती उषा चौहान पति कमल किशोर चौहान, महेंद्र यादव पिता सतानंद, योगेश प्रजापति पिता रामचंद्र, संजय यादव पिता कोमल प्रसाद यादव ने घटना की तत्काल जांच करते हुए दोषी अधिकारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। इसकी प्रतिलिपि मुख्यमंत्री, विधायक, कटघोरा विधानसभा क्षेत्र, कटघोरा को भी प्रेषित किया गया है। उक्त घटना में एसईसीएल के अधिकारी एवं प्रशासनिक अधिकारी अमित सक्सेना (मुख्य महाप्रबंधक), पार्थ मुखर्जी (महाप्रबंधक संचालन), देवेन्द्र कुमार मेश्राम (सीनियर ऑफिसर माइनिंग), मिथिलेश मधुकर (नोडल अधिकारी), अनूप कुमार मंडवारिया (चीफ मैनेजर), राजकुमार शर्मा (पर्सनल मैनेजर), जेतेद्र दुबे (असिस्टेंट पर्सनल मैनेजर), विष्णु प्रसाद पैकरा (तहसीलदार हरदीबाजार), रुचि शार्दुल (अनुविभागीय अधिकारी (रा.) पाली), कमल (पटवारी), मनीष जायसवाल (राजस्व निरीक्षक), विवेक कंवर (पटवारी हरदीबजार), मृत्युंजय पांडे (थाना प्रभारी) 14. परमेश्वर राठौर (दीपका), किरण गुप्ता, सुरक्षा बल के जवान (ष्टढ्ढस्स्न) जो वहां उपस्थित थे।

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