होली में अवैध कटाई रोकने एक्टिव हुई वन विभाग
कोरबा 21 मार्च। राजस्व जिले कोरबा में दो वनमंडलों के अंतर्गत होली के मद्देनजर सुरक्षात्मक प्रयास किये गए हैं। वन विभाग ने अपने मैदानी अमले के साथ-साथ वन सुरक्षा समितियों और ग्रामीणों की मदद लेना इस कड़ी में शुरू किया है। 25 से अधिक टीमों को वन संपदा को नुकसान से बचाने के लिए एक्टिव किया गया है। 12 वन परिक्षेत्र के अंतर्गत ये टीमें काम करेंगी।
होलिका दहन पर मुख्य रूप से आसपास में प्राप्त होने वाली लकड़ी और गोबर से बने कंडों का उपयोग करने की परंपरा है। पुरातन परंपरा को जीवंत करने के लिए फाल्गुन अमावस्या को यह सब किया जाता रहा है। कहा गया कि शहरी इलाकों में लोग अपनी भागीदारी से संसाधन जुटाने के साथ होलिका दहन किया करते हैं लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ अलग तरह की चुनौतियां हैं। लगातार ऐसे मामले प्रकाश में आते रहे हैं जब होली जलाने के नाम पर लोग जंगलों में पहुंचकर हरे-भरे पेड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। यह सब करना अनुचित है और इस बारे में सचेत भी किया गया है। इतना सबकुछ करने के बावजूद अपेक्षित परिणाम नहीं मिले हैं। इससे विभाग ने सबक लिया है। पिछले वर्षों में किये गए प्रयासों को आगे बढ़ाने पर ध्यान दिया गया है। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दो वनमंडल के परिक्षेत्र में 25 से अधिक टीमें इस काम में लगाई गई है। उन्हें जिम्मेदारी दी गई है कि वे अवैध रूप से केवल होली के नाम पर होने वाले जंगल के नुकसान पर ध्यान दें और इसे रोकने के साथ उचित कदम उठाएं। विभाग के मैदानी अमले के साथ वन सुरक्षिा समितियों को इसमें शामिल किया गया है। कुछ इलाकों में जागरूक लोग भी अपनी भूमिका निभाने को लेकर आगे आए हैं, जो पर्यावरण को लेकर गंभीरता दिखाते रहे हैं और अपने स्तर पर इस दिशा में प्रयत्नशील हैं। बताया गया कि दोनों वनमंडल में आने वाले परिक्षेत्रों में वन संपदा की सुरक्षा को लेकर कई प्रकार से प्रबंध किये गए हैं और इसे सुनिश्चित भी किया गया है। वन विभाग के दावा है कि उपलब्ध मैन पावर और रिर्सोस के दम पर हम जंगलों से होने वाले अवैध कार्यों का उन्मूलन कर सकेंगे।
जंगलों में तेंदूपत्ता संग्रहण और महुआ बीनने को लेकर भी इस सीजन में आग लगा दी जाती है। इससे भले ही संबंधितों को ज्यादा कुछ हासिल नहीं होता लेकिन जंगलों को क्षति होती है। इसलिए आसपास में मौजूद निजी महुआ के पेड़ों के पास चेतावनी जारी की गई है। इसके अतिरिक्त जंगलों में होने वाली आगजनी की रोकथाम के लिए फायर वॉचर लगाए गए हैं।
अरविंद पीएम, डीएफओ कोरबा