केन्द्र सरकार के सस्ते भारत आटा की कोरबा के दुकानों में अवैध बिक्री?
अम्बिकापुर का भारत आटा बिक रहा कोरबा में
कोरबा 22 फरवरी। भारत सरकार की ओर से महंगाई पर लगाम कसने के लिए सस्ते दर पर उपलब्ध कराया जा रहा भारत आटा की कथित रूप से कालाबाजारी शुरू हो गई है। प्रदेश के अंबिकापुर जिला में वितरित किए जाने के लिए आवंटित भारत आटा अवैध रूप से कोरबा जिले की किराना दुकानों में बिक रहा है।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने महंगाई पर काबू पाने के लिए कई खाद्य पदार्थों का सस्ते दर पर वितरण की व्यवस्था की है। यह जिम्मेदारी नाफेड को सौंप गई है। नाफेड की ओर से देश भर के विभिन्न जिलों में ठेके पर खाद्य पदार्थों की पैकिंग और वितरण की व्यवस्था की है। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में भारत आटा की पिसाई, पैकिंग और वितरण की जिम्मेदारी महामाया फूड्स एण्ड ग्रेन्स प्रायवेट लिमिटेड को दी गई है।
जानकारी के अनुसार संबंधित ठेकेदार को शासन की ओर से गेहूं आवंटित किया जाता है जिसकी पिसाई और पैकिंग करने के बाद तैयार भारत आटा को राशन दुकानों के माध्यम से सस्ते दर पर बेचा जाना है। इसके अलावा कुछ निर्धारित दुकानों में भी इसका विक्रय किया जाना है। लेकिन यह जिम्मेदारी अलग-अलग जिलों में अलग-अलग लोगों को दी गई है। भारत आटा के अधिकृत वितरक अपने जिले में ही इसका वितरण कर सकते हैं। लेकिन देखने में आ रहा है कि अंबिकापुर जिले के लिए किया गया भारत आटा कोरबा जिले के किराना दुकानों में बिक रहा है। न्यूज एक्शन की टीम ने शहर की कुछ दुकानों में भारत आटा का विक्रय होते प्रत्यक्ष रूप से देखा है।
इस सिलसिले में जानकारी जुटाने का प्रयास किया गया तो पता चला की कोरबा जिले के लिए आईटीआई रामपुर के एक व्यापारी को Bharat Aata वितरण की जिम्मेदारी दी गई है। उक्त व्यापारी ने फिलहाल कार्य प्रारंभ नहीं किया है और मार्च माह से भारत आटा का वितरण कोरबा जिले में किए जाने की संभावना व्यक्त की गई है। बहरहाल इस सम्बंध में गहराई से जांच कराए जाने की जरूरत महसूस की जा रही है। क्योंकि यह जनहित में प्रारंभ की गई केंद्र सरकार की योजना है और इस योजना को कोई अधिकृत वितरक अपनी काली कमाई का जरिया बना ले यह अनुचित होगा और केंद्र सरकार के खजाने पर अतिरिक्त भार का कारण बन सकता है।