कद्दावर आदिवासी नेता और पूर्व काबीना मंत्री चनेशराम राठिया का निधन

रायगढ़ 14 सितम्बर। धरमजयगढ़ विधायक लालजीत राठिया के पिता और कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ शासन में मंत्री रहे चनेश राम राठिया का देर रात निधन हो गया। पूर्व मंत्री वयोवृद्ध अवस्था मे थे वही पिछले कई महीनों से बीमार थे। इसी बीच रात्रि उनकी तबियत बिगड़ गई जिस वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां रात लगभग 1 बजे उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। चनेश राम राठिया मध्य प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, छत्तीसगढ़ शासन में पूर्व मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी के नेतृत्व में बनने वाली प्रथम सरकार में वह धर्मस्व मंत्री भी थे।
चनेश राम राठिया मध्य प्रदेश सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री थे, छत्तीसगढ़ शासन में पूर्व मुख्यमंत्री स्व.अजीत जोगी के नेतृत्व में बनने वाली प्रथम सरकार में वह धर्मस्व मंत्री भी थे। वे कुल 6 बार अपने निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे हैं।
स्वर्गीय पूर्व मंत्री राठिया ने 1977 आपातकाल के दौरान कांग्रेस की टिकट में चुनावी रण मे उन्होंने जीत हासिल की थी। हालांकि 1975 में अविभाजित मध्यप्रदेश में खरसिया धरमजयगढ़ का विभाजन नही हुआ तब उन्होंने अपना पहला चुनाव बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
इसके बाद वे 2003 तक बने रहे। उनके इस सफरनामे को सत्ता परिवर्तन के दौरान पूर्व संसदीय सचिव ओम प्रकाश राठिया ने उन्के विजयी रथ को रोकते हुए हारए थे। इसके बाद 2008 में भी यही रहा, लेकिन उनकी विरासत को उनके पुत्र ने बरकरार रखा और ओम प्रकाश राठिया को पूर्व मंत्री चनेश राम राठिया के पुत्र लालजीत राठिया ने हराया। वर्तमान में धरमजयगढ़ विधानसभा में लालजीत राठिया विधायक हैं।
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