कुसमुंडा क्षेत्र में कार्यरत कर्मियों को दी जाएगी संडे ड्यूटी
बीएमएस की मांग पर प्रबंधन का आश्वासन
कोरबा 21 सितंबर। सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया की अनुसांगिक कंपनी एसईसीएल बिलासपुर के अधीन कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित एसईसीएल की कोयला खदानों में से एक कुसमुंडा क्षेत्र में भारतीय कोयला खदान मजदूर संगठन बीएमएस कुसमुंडा क्षेत्र द्वारा 10 सूत्रीय मांगों को लेकर जीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था। क्षेत्र के कार्यरत स्थाई व ठेका कर्मियों की समस्याओं को लेकर मांग पत्र कुसमुंडा क्षेत्रीय महाप्रबंधक को सौंपा था। समस्याओं का निराकरण समयानुसार नहीं होने पर 20 सितंबर से 3 दिवसीय क्रमिक भूख हड़ताल करने का निर्णय श्रम संगठन द्वारा लिया गया था। जिसे देखते हुए प्रबंधन और बीएमएस श्रम संगठन पदाधिकारियों के बीच बैठक संपन्न हुई।
बैठक में कई मांगों पर सहमति बनी। आदर्श नगर व विकास नगर से ड्यूटी आने-जाने हेतु सुरक्षित मार्ग के लिए आश्वस्त किया। कुसमुंडा क्षेत्र के परियोजना में कार्यरत समस्त केटेगरी.1 व अन्य पदों पर कार्यरत कर्मचारियों को रविवार के दिन नियमित ड्यूटी दी जाएगी साथ ही क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों को माह अक्टूबर से नियमित रविवार के दिन ड्यूटी देने हेतु प्रयास करने का आश्वासन दिया गया। जिन कर्मचारियों को आवास आवंटन नहीं हुआ है उन्हें नियमानुसार आवास भत्ता का भुगतान किया जाएगा। कुसमुंडा क्षेत्र में कार्यरत कर्मचारियों के बच्चों को केंद्रीय व डीएवी स्कूल में अधिक से अधिक प्रवेश देने का प्रयास किया जाएगा। कोरबा से ड्यूटी आने वाले कर्मचारियों के लिए सर्वमंगला पुल के पास सुरक्षित मार्ग बनाया जाएगा। टीए और मेडिकल बिल का भुगतान जल्द से जल्द किया जाएगा।
वर्तमान में डीजल व कोयला चोरी पर प्रबंधन द्वारा लगभग पूर्णत: अंकुश लगा दिया गया है। ठेका कर्मचारियों को एचपीसी के तहत मिलने वाली समस्त सुविधाएं प्रदान की जाएगी। ठेका कर्मियों को प्रति माह वेतन पर्ची देते हुए एवं पीएफ का पासबुक उपलब्ध करने हेतु जल्द से जल्द प्रयास किया जाएगा। ठेका कर्मियों को प्रति सप्ताह साप्ताहिक रेस्ट देने हेतु ठेका कंपनियों को निर्देशित किया जाएगा। उक्त बिंदुओं की निराकरण करने पश्चात प्रबंधन ने 20 सितंबर से होने वाली क्रमिक भूख हड़ताल को समाप्त करने हेतु श्रम संगठन से अपील की। जिसे श्रम संगठन ने मान्य किया है।