अभियंता दिवस पर याद किये गए मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया

कोरबा 15 सितंबर। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने अभियांत्रिकी कौशल का प्रदर्शन करने वाले महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को आज उनके 162वें जन्मदिवस पर कोरबा में याद किया गया। यहां के अप्पू गार्डन स्थित विश्वेश्वरैया प्रतिमा स्थल पर छत्तीसगढ़ डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन और कोरबा डिस्ट्रिक्ट इंजीनियर्स एंड आर्किटेक्ट एसोसिएशन ने उपस्थिति दर्ज कराकर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

कार्यक्रम के दौरान संगठन के पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे। जिन्होंने अभियंता दिवस पर औपचारिक कार्यक्रम करने के साथ अपने शिरोमणी के प्रति विश्वास जताया। कहा गया कि देश और दुनिया में इंजीनियरिंग का विशेष उदाहरण प्रस्तुत करने वाले मोक्षगुंडम के द्वारा अपने जीवनकाल में जो कुछ किया गया है वह आज भी अनुशरण करने योग्य है और नवीन अभियंताओं को उनसे सबक लेने की जरूरत है। याद रहे मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को भारतीय सिविल इंजीनियर व मैसूर के दीवान परिवार में हुआ था। उन्होंने अभियांत्रिकी की शिक्षा प्राप्त करने के साथ विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हुए कीर्तिमान स्थापित किये। किंग जॉर्ज ने उनके योगदान को देखते हुए नाइट कमांडर ब्रिटिश इंडियन एम्पायर का पुरस्कार दिया गया। जबकि वर्ष 1912 से 1919 के दौरान उनके विशिष्ट कार्यों का मूल्यांकन करते हुए 1955 में भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से अलंकृत किया। उनके जन्मदिवस पर भारत के साथ-साथ श्रीलंका और कंजानिया में अभियंता दिवस के नाम से मनाने की परंपरा है जो उनके अद्वितीय अभियांत्रिकी को समर्पित है।

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