कार्यकर्ताओं को पुलिस कर रही प्रताड़ित, सामूहिक इस्तीफा की दी चेतावनी
कोरबा 19 अगस्त। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा और प्रभारी मंत्री डा शिवकुमार डहरिया के समक्ष पार्षदों का दर्द झलक उठा। 27 कांग्रेस पार्षदों ने मुलाकात कर नगर निगम के एमआईसी सदस्य व पार्षद अमरजीत सिंह के खिलाफ हत्या का प्रयास का झूठा मामला दर्ज करने का दावा करते हुए उसके समर्थन में अपनी बात रखते हुए ज्ञापन सौंपा। पार्षदों ने कहा है कि साथी पार्षद अमरजीत और उनके स्वजनों को लगातार प्रताडि़त करने व इससे राहत नहीं मिलने पर अपने पद से इस्तीफा देने की बात भी कही। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी भी की।
पंचवटी विश्रामगृह पहुंची प्रभारी सैलजा से मुलाकात कर पार्षदों ने बताया कि चार माह पहले कुसमुंडा खदान में हुई एक मारपीट की घटना में बेवजह पार्षद अमरजीत का नाम शामिल कर दिया गया। जबकि घटना के वक्त नगर निगम कार्यालय में आयोजित एमआइसी की बैठक में मौजूद थे। पुलिस ने अमरजीत के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर झूठे मामले में फंसाया गया है। पुलिस ने बिना जांच किए उनका नाम इस घटनाक्रम से जोड़ दिया। उन्होंने कहा कि अपराध पंजीबद्ध करने के बाद से पुलिस लगातार कुसमुंडा स्थित ब्लाक कांग्रेस कार्यालय और पार्षद अमरजीत के निवास में दबिश दे रही है। साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं और उनके स्वजनों को परेशान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द ही पार्षद अमरजीत को इस मामले में राहत देते हुए झूठे मामले से नाम हटाया जाए।
प्रभारी सैलजा मिलने के लिए मरवाही विधानसभा क्षेत्र से पदाधिकारी अपने समर्थकों के साथ पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि यहां अंदर जाने की बात पर जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष सुरेंद्र जायसवाल व सभापति श्यामसुंदर सोनी के साथ उनका विवाद होने के साथ ही धक्का-मुक्की हुई। पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि उन्हें अंदर जाने से जानबूझ कर जायसवाल व सोनी ने रोका, ताकि अपनी बात प्रभारी के समक्ष न रख सकें। जबकि अन्य लोगों को अंदर जाने दिया गया। दोनों पदाधिकारियों द्वारा भेदभाव की नीति अपनाई गई है। इस घटना को लेकर पंचवटी के बाहर जमकर हंगामा भी हुआ। इस मामले में संगठन का कहना है कि निर्धारित मापदंड के अनुरूप है प्रवेश दिया गया।