टरबाइन में आई खराबी, सुधारने के लिए बांगो बांध के तीन गेट खोले गए
कोरबा 22 जुलाई। बांगो बांध के तीन गेट शुक्रवार को दो घंटे के लिए खोले गए। पनबिजली तैयार करने के लिए बांध के तीन हाइडल प्लांट का 16 घंटे संचालित किया जा रहा है। टरबाइन क्रमांक दो में आई खराबी के कारण सिंचाई के लिए पानी आपूर्ति बंद हो गई। जिसे जारी रखने के लिए जल संसाधन को गेट खोलने का निर्णय लेना पड़ा। दो घंटे तक 2.600 क्यूसेक मीटर प्रति सेकंड छोड़ा गया। टरबाइन में सुधार आने के बाद तीनों गेट को बंद किया गया।
खंड वर्षा के कारण खेती का काम बाधित है। जांजगीर व रायगढ़ जिलें में धान रोपाई के लिए पानी की मांग हो रही है। इस वजह से दर्री बराज के दायी व बायी तट नहर से पानी छोड़ा जा रहा है। दर्री बांध में पानी का भराव बनाए रखने के बांगो से पानी छोड़ा जा रहा है। इसके लिए पनबिजली हाइडल प्लांट 16 घंटे चलाया जा रहा था। प्लांट से चलने से 7.800 क्यूसेक मीटर दर्री बांध में पहुंच रहा था। दोपहर 12 बजे हाइडल प्लांट दो के टरबाइन में खराबी आ गई। इससे 2.600 क्यूसेक मीटर पानी की आपूर्ति बंद हो गई। जिसे जारी रखने के लिए बांगो बांध के 11 गेट में से तीन गेट को खोल दिया गया। जिन गेटों को खोले गए उनमें गेट क्रमांक तीन को 10 सेंटी मीटर,चार और पांच को 20-20 सेंटीमीटर खोला गया।
टर्बाइन में सुधार आते गेट को बंद कर दिया गया। बताना होगा कि बांध की जल भराव क्षमता 359.66 मीटर है। साल भर पानी का उपयोग किए जाने के बाद बांध का जल स्तर गिर कर 351.52 मीटर हो गया। यानि 7.96 मीटर पानी की खपत हुई है। मानसून आगम के बाद बांध को जल जस्तर में 2.98 मीटर वृद्धि हुई है। इसके पहले कम वर्षा के कारण जितनी बारिश हो रही थी, उससे अधिक पानी खेतों में सिंचाई के लिए छोड़ा जा रहा था। जिसकी वजह से जल स्तर में लगातार कमी आ रही थी। खंड वर्षा की स्थिति को देखते हुए जुलाई 10 जुलाई से बांध दर्री बांध से पानी छोडऩे का क्रम जारी है। इस बार जून और जुलाई माह में अच्छी बारिश नहीं होने से बांध में अपेक्षित भराव नहीं हुआ है। बीते वर्ष हुई बांध भराव की तुलना की जाए तो जुलाई के पहले पखवाड़े तक 76 प्रतिशत पानी था। इस वर्ष भराव 71 प्रतिशत है। पूर्ण भराव के लिए 29 प्रतिशत पानी जरूरत है।
जिले भर में मानसून के चौतरफा सक्रियता से भले ही बादल छाए हैं लेकिन खंड वर्षा ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी है। थम. थम के हो रही रिमझिम फुहार कृषि के लिए पर्याप्त नहीं है। जिन खेतों में पानी का भराव हो चुका है वहां रोपा का काम जारी है। कम वर्षा वाले क्षेत्रों में अभी भी खेती पिछड़ी है। जिले में एक जून से अब कुल 3048.3 मिलीमीटर वर्षा हो चुकी है। जारी वर्षा से किसानों को कृषि में प्रगति आने की अब भी आस बंधी है किंतु किसानों को पिछड़ी खेती को पटरी में लाने में खासी मशक्कत करनी पड़ेगी। मानसून का दौर जारी रहने के लिए अभी ढाई माह का समय शेष है। खंड वर्षा की वजह रोपाई व बियासी का काम बाधित है। पिछले दो दिन से जारी बारिश में पहले दिन बांध में प्रतिदिन 0.15 मीटर यानि 15 सेमी की दर से भराव हो रहा था। यह भराव दूसरे दिन बढकर 0.16 मीटर हो गया। लेकिन लगातार खेती के लिए पानी छोड़े जाने से जल स्तर में कमी आने लगी है। विभागीय अधिकारी की माने तो बांगो परिक्षेत्र में 348 मिमी वर्षा हो चुकी है। वर्षा के लिए अभी अगस्त सितंबर माह शेष है। इस आशय से डैम में बेहतर भराव की पूर्ण गुंजाइश है।
जिले भर में एक जून से अब तक 3048.4 मिमी वर्षा हो चुकी है। सबसे कम वर्षा हरदीबाजार तहसील में 218.0 मिमी है जबकि सबसे अधिक करतला में 385.4 मिमी वर्षा रिकार्ड किया गया है। दर्री बांध से निकलने वाली नहर ज्यादातर करतला विकासखंड के भू-भाग से होकर गुजरता है किंतु खेतों का तल नहर से उपर होने के कारण सिंचाई की सुविधा से किसान वंचित हैं। बांगो बांध के तीन गेट को दोपहर एक से तीन बजे तक दो घंटे के लिए खोला गया। टरबाइन में आई खराबी को सुधारने के लिए यह निर्णय लिया गया। सुधार के बाद खोले गए सभी गेट को बंद कर दिए गए। बांध में क्षमता के अनुरूप 71 प्रतिशत पानी है। सिंचाई सुविधा के लिए समस्या नहीं होगी।