नापी-सर्वे व मूल्यांकन करने पहुंचे अधिकारियों का ग्रामीणों ने किया विरोध

कोरबा 16 जुलाई। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड एसईसीएल की गेवरा परियोजना में समाहित हो रहे ग्राम पंचायत अमगांव के ग्रामीणों ने नापी सर्वे करने आए अधिकारियों का काम रोक दिया। ग्रामीणों ने कहा कि आधा दर्जन ग्रामों के बसाहट, मुआवजा व रोजगार समेत अन्य प्रकरण लंबित हैं और ग्रामीण ठोकरें खा रहे हैं। वर्षा के समय नापी करना अनुचित नहीं है।

ग्रामीणों ने कहा कि अमगांव पंचायत का बसाहट, मुआवजा रोजगार सहित अन्य सुविधाएं मसले आज भी एसईसीएल गेवरा प्रबंधन के द्वारा निराकरण नहीं किया गया है। बसाहट को लेकर विस्थापन स्थल पर ना तो समतलीकरण किया गया और नहीं पेड़ पौधों की कटाई। उन्होंने कहा कि अमगांव की मुआवजा न्यायालय में विचाराधीन है। अमगांव पंचायत की कई रोजगार का समाधान नहीं हुआ है। बेरोजगार दर-दर भटक रहे हैं। ग्रामीणों ने कहा कि पहले बसाहट, मुआवजा व रोजगार समेत अन्य मामलों का निपटारा प्रबंधन को करें, उसके बाद नापी सर्वे कराया जाए। ग्रामीणों के विरोध की वजह से एसईसीएल के अधिकारी नापी सर्वे नहीं कर सकें। उर्जाधानी संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि नापी सर्वे करने के बजाए पहले लंबित मामले का निराकरण होना चाहिए। उसके बाद ही नापी सर्वे करने के लिए पंचायत के साथ बैठक कर सहमति बना कर आगे कार्रवाई की जानी चाहिए। यदि जबरिया नापी, सर्वे व मूल्यांकन किया जाएगा, तो ग्रामीण विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे।

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