कोरबा: जन-जीवन के लिए खतरा बना आयातित कबाड़ माफिया, कबाड़ के धंधे को बंद कराने की जरूरत

कोरबा 17 जून। जिले में कबाड़ माफिया अब जन-जीवन के लिए खतरा बन गया है। आयातित कबाड़ माफिया अपने लाभ के लिए सार्वजनिक और निजी संपत्ति की चोरी तो करा ही रहा है, साथ ही अब ऐसी चोरियां भी कराने लगा है, जिनकी वजह से जिले में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है और जनजीवन पर मुसीबत आ सकती है।

रेलवे पुलिस कोरबा ने रेल पांत की चोरी का खुलासा किया है। मामले में चोरी का सामान बरामद करने के साथ आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। एक दिन पहले ए सी बी के परिसर में कबाड़ चोर घुस गए थे, जिन्हें पुलिस चौकी मानिकपुर की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इससे दो दिन पहले रजगमरमें एस ई सी एल की लोहे की पानी टँकी को कबाड़ चोरों ने काटकर गिरा दिया था और बड़ी मात्रा में लोहे की चोरी कर ली थी।

इसी तरह जिले के पाली थाना क्षेत्र में गत दिवस हाई वोल्टेज पावर ट्रांसमिशन लाइन के तीन टावर आंधी आने पर गिर गए। हालांकि इस दुर्घटना में सुरक्षा उपायों की वजह से कोई जनहानि नहीं हुई लेकिन शासन को एक करोड़ रुपयों से अधिक की आर्थिक क्षति पहुंची है। इसके अलावा आने वाले एक माह तक छत्तीसगढ़ स्टेट ट्रांसमिशन लाइन से पावर सप्लाई बंद होने से शासन को करोड़ों रुपयों की क्षति पहुंचेगी।

आपको बताते चलें कि कबाड़ चोरों का गिरोह ट्रांसमिशन लाइन को क्षति पहुंचाने में भी संकोच नहीं कर रहा है। कबाड़ चोर गिरोह बिजली टॉवर से लोहे की एंगल काटकर ले जा रहा है। इससे टॉवर का बेस कमजोर हो रहा है। विकासखंड पाली अंतर्गत ग्राम मादन में भी यही हुआ। गांव के मखुरहा तालाब के पास छत्तीसगढ़ ट्रांसमिशन कंपनी के तीन टॉवर एक एक कर धरासायी हो गए थे। सूचना पर ट्रांसमिशन लाइन के अधिकारियों ने घटना स्थल का दौरा किया। उन्होंने टॉवर की जांच की तब पता चला है कि टॉवर से लोहे की एंगल को काटा गया है। हर टॉवर से 20 से 30 एंगल कटे हुए हैं। इससे टॉवर कमजोर हो गया था। शुक्रवार की शाम आंधी में ऐसे तीन टॉवर भरभराकर गिर गए।

छत्तीसगढ़ स्टेट ट्रांसमिशन लाइन के अधिकारियों का कहना है कि टॉवर धरासायी होने से कंपनी को एक करोड़ रुपए से अधिक का आर्थिक नुकसान हुआ है। साथ ही रोजाना पॉवर लॉस हो रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले एक माह तक पॉवर की यही स्थिति रहने की संभावना है। हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत एनटीपीसी जमनीपाली स्टेशन की लाइन से रायपुर के रास्ते पॉवर ग्रिड के खेदामार सब स्टेशन भिलाई को बिजली की आपूर्ति की जा रही है।

छत्तीसगढ़ स्टेट ट्रांसमिशन लाइन के अधिकारियों के अनुसार नया टॉवर लगाने में एक माह से अधिक का समय लग सकता है। इसकी बड़ी वजह ट्रांसमिशन कंपनी के पास अतिरिक्त टॉवर का नहीं होना है। अधिकारियों ने बताया है कि टॉवर की लागत अधिक होने से कोई ठेका कंपनी भी अपने पास इसे नहीं रखती। बल्कि आर्डर मिलने पर ही टॉवर की आपूर्ति करती है। इतना ही नहीं, टॉवर बनाने वाली कंपनियां भी अतिरिक्त टॉवर बनाकर नहीं रखती। ट्रांसमिशन कंपनी को कोरबा में तीन टॉवर की आवश्यकता है। इसके लिए खरीदी की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। अधिकारियों ने बताया कि एक टॉवर की खरीदी पर लगभग 15 से 20 लाख रुपए खर्च होते हैं। इसके अलावा इसे खड़ा करने में समय लगता है। टॉवर खड़ा करने का खर्च भी लाखों रुपए होता है। उनका प्रयास होगा कि ट्रांसमिशन टॉवर शीघ्र बन जाये और पॉवर लाइन जल्द से जल्द बहाल हो जाए। ताकि पॉवर लॉस की समस्या से बचा जा सके।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार कोरबा के हसदेव ताप विद्युत गृह से इस ट्रांसमिशन लाइन के जरिए भिलाई के खेदामार स्थित ग्रिड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के 400 केवी सब स्टेशन को बिजली की आपूर्ति की जाती है। तीन टॉवर के गिरने से छत्तीसगढ़ ट्रांसमिशन कंपनी वैकल्पिक मार्ग से रायपुर के रास्ते खेदामार सब स्टेशन तक बिजली भेज रही है। अधिकारियों ने बताया कि हसदेव ताप विद्युत गृह में एक स्वीच यार्ड है। लाइन बाधित होने पर यहां से एन टी पी सी जमनीपाली की लाइन को बिजली दी जा रही है। फिर संबंधित स्थान पर भेजा जा रहा है।

कुछ माह में यह आठवीं घटना

सूत्रों के अनुसार कोरबा जिले में बिजली टॉवर से लोहे की एंगल काटकर बाजार में बेचने वाला गिरोह सक्रिए है। टॉवर से एंगल काटे जाने की गत कुछ माह में पांचवीं और रेल पात चोरी तक आठवीं घटना है। इससे पहले कबाड़ चोरों ने एंगल काटकर छुरी में एक टॉवर को गिरा दिया था। श्यांग थाना क्षेत्र में भी दो और बांकीमोंगरा थाना क्षेत्र में एक टॉवर से एंगल काटे जाने की घटना हो चुकी है। इसके अलावे कोरबा शहर के तुलसी नगर क्षेत्र में बिजली के खम्भे काटने की घटना भी पिछले माह हुई थी। गत माह कबाड़ चोरों ने एस ई सी एल की सूराकछार खदान में प्रवेश से रोकने पर वहां तैयार सुरक्षा गार्ड पर प्राण घातक हमला कर दिया था। एस ई सी एल की खदानों में कबाड़ चोर लगातार सक्रिय हैं और प्रतिदिन लाखों रुपयों के कीमती सामानों की चोरी कर रहे हैं।

जानकारी के अनुसार कोरबा जिले में बिलासपुर का कबाड़ माफिया सक्रिय है। उसके द्वारा ही स्थानीय कबाड़ चोरों के गिरोह को संरक्षण देकर सुनियोजित तरीके से जिले के कोयला खदानों और अन्य स्थानों पर बड़े पैमाने पर स्क्रैप के साथ मशीनों के कलपुर्जे और तांबा एलुमिनियम के केबल की चोरी करवाई जा रही है। चर्चा है कि पिछले दिनों ट्रांसपोर्ट नगर कोरबा में खड़ी 10 से अधिक गाड़ियों की चेचिस को काटकर चोरी कर लिया गया। हालांकि इस चोरी की रिपोर्ट पुलिस में की गई है अथवा नहीं यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। जिले में जिस तरह से कबाड़ माफिया सामान्य स्क्रैप से लगाकर पावर ट्रांसमिशन लाइन के टावर से एंगल की चोरी कराने लगा है, इसे देखते हुए लगता है कि जनजीवन से खिलवाड़ करने वाले कबाड़ माफिया के धंधे को बंद कराया जाना ही जनहित में होगा।

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