ठेका मजदूर की लाश के मामले में पुलिस ने पत्नी व उसके प्रेमी सहित तीन आरोपितों को किया गिरफ्तार
पति को रास्ते से हटाने पत्नी ने प्रेमी से कराई थी हत्या
कोरबा 16 जून। ओमपुर के जंगल में मिली ठेका मजदूर की लाश के मामले में पुलिस ने पत्नी व उसके प्रेमी समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। सीपत से पति ग्राम आमाडांड आकर नौकरी करने लगा था, इस वजह से सीपत में रहने वाले प्रेमी का मिलना जुलना बंद हो गया। इसलिए पति को रास्ते से हटाने के लिए पत्नी ने प्रेमी के साथ मिल कर हत्या करा दी।
रजगामार पुलिस चौकी अंतर्गत ओमपुर क्वार्टर स्कूल के सामने जंगल में ग्राम आमाडांड निवासी ठेका कर्मी बसंत कुमार कोसले की मिली लाश का मामला पुलिस ने सुलझा लिया। बसंत 13 जून शाम करीब 6.30 बजे बच्चों के लिए चिकन चिल्ली लेने के लिए रजगामार ओमपुर जाने की बात कह कर निकला, पर वापस नहीं लौटा। देर रात पत्नी सनिता ने बसंत के भाई को उसके घर नहीं लौटने की जानकारी दी। तब उन्होंने खोजबीन की, पर पता नहीं चला। 14 जून को सुबह ओमपुर क्वार्टर स्कूल के सामने जंगल में संदिग्ध हालत में बसंत की लाश मिलने पर स्वजन व रजगामार पुलिस स्थल पर पहुंची। बसंत के गले में चोट का निशान व कान से खून निकलने पर पुलिस ने प्रथम दृष्टया हत्या का मामला मान कर जांच शुरू की। सायबर सेल कोरबा, फोरेंसिक टीम, डाग स्क्वायड टीम के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया। तदुपरांत स्वजन, परिचितों के साथ पूछताछ व विवेचना के बाद पुलिस ने बसंत की पत्नी सनिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पहले वह टालमटोल करते रही, पर बार- बार बयान बदलने से पुलिस का संदेह गहरा गया। कड़ाई से पूछताछ करने पर सनिता टूट गई और अपने प्रेमी व साथी के साथ मिलकर अपने पति बसंत कुमार कोसले की षडयंत्र पूर्वक हत्या करने की जानकारी दी। पुलिस ने मामले में सनिता समेत दिनेश सोनवानी 30 वर्ष व सिकंदर साह 20 वर्ष दोनों निवासी दर्राभाटा थाना सीपत जिला बिलासपुर को धारा 302,120 बी 34 के तहत गिरफ्तार कर लिया है।
एनटीपीसी में काम करते वक्त बसंत की दिनेश सोनवानी से पहचान हो गई थी और दिनेश का उसके घर आना जाना था। आमाडांड आने पर सनिता ने फोन कर दिनेश को घटना दिनांक को बुलाया और हत्या की योजना बनाई। दिनेश व उसका साथी सिकंदर शाह रजगामार शराब दुकान के पास खड़े हो गए। इधर सनिता ने बसंत को बच्चे लिए चिकन चिल्ली लाने भेजा। रजगामार में दिनेश से मुलाकात होने पर तीनों ने शराब खरीदी और जंगल जाकर पीने लगे। नशा चढऩे के बाद दिनेश व सिकंदर ने गमछा से बसंत का गला दबा कर हत्या कर दी और शव छोड़ कर भाग गए। घटना में प्रयुक्त गमछा, बाइक को जब्त कर लिया। अंधे कत्ल के इस मामले की जांच में लगी पुलिस का माथा उस वक्त ठनका, जब काल डिटेल में घटना दिनांक के दिन दिनेश सोनवानी से सनिता कोसले से कई बार मोबाइल में बात करने की जानकारी सामने आई। पुलिस को उस वक्त ही संदेह हो गया था, जब घटनास्थल से डाग बाघा गंध लेकर सीधे घर पहुंचा। दरअसल हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपित प्रेमी दिनेश उसके घर पहुंचा था। काल डिटेल से संदेह और गहरा गया, पहले तो सनिता, पुलिस को गोलमोल जवाब देते हुए गुमराह करते रही, पर ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी और पति की हत्या का करने का अपराध कबूल कर लिया।
संत कुमार कोसले अक्सर शराब के नशे में अपनी पत्नी के साथ मारपीट किया करता था। दरअसल दिनेश सोनवानी के साथ अवैध संबंध होने की भनक उसे लग गई थी। दिनेश से दूर करने वह एनटीपीसी सीपत बिलासपुर के जिस निजी कंपनी में नौकरी करता था, उसी कंपनी के दीपका में अपना स्थानांतरण करा लिया था। यहां से वह दीपका अप-डाउन किया करता था। इसके बाद से सनिता और दिनेश के बीच की दूरियां बढ गई और बसंत को ठिकाने लगाने की योजना बना ली।