जीएसटी बिल में खरीदी के बाद आइटीसी अस्वीकृत करना उचित नहीं: सी.ए.खेतान
कोरबा 10 जून। जिला चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज कोरबा ने मंगलवार को चेंबर भवन डीडीएम रोड में टैक्स बार एसोसिएशन कोरबा के साथ जीएसटी कार्यशाला का आयोजन किया। स्टेट जीएसटी कोरबा से डिप्टी कमिश्नर श्वेता यादव, असिस्टेंट कमिश्नर सर्किल.एक संदीप साय एवं असिस्टेंट कमिश्नर सर्किल.दो मनहरण लाल निर्मलकर के साथ जिला चेंबर आफ कामर्स कोरबा के अध्यक्ष योगेश जैन, टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सी, आशीष खेतान, जिला चेंबर आफ कामर्स के कोषाध्यक्ष ओमी रमानी एवं टैक्स बार एसोसिएशन के सचिव अंकित अग्रवाल मंच पर आसीन थे।
योगेश जैन ने कहा कि जब से बोगस रजिस्ट्रेशन के सर्वे की बात आयी है, ऐसा लगने लगा था कि इंस्पेक्टर राज की वापसी हो गई है। शुरूआत में बहुत पेनिक स्थिति लग रही थी, लेकिन बाद में स्थिति सामान्य हो गई। इस कार्यशाला के माध्यम से व्यापारियों के मन में कोई भी सवाल होगा तो स्टेट जीएसटी के सारे वरिष्ठ अधिकारी यहां उपस्थित हैं, उनकी शंका का निराकरण त्वरित हो जायेगा। तत्पश्चात टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सीए आशीष खेतान ने कहा कि हम तो व्यापारी और अधिकारियों के बीच की कड़ी है। अधिकांश केस में तो व्यापारी, अधिकारियों से रूबरू भी नहीं होते हैं। आइटीसी को अस्वीकृत करने के संदर्भ में सीए खेतान ने कहा कि इसमें व्यापारी की क्या ग़लती। जीएसटी बिल में खरीदी के पश्चात व्यापारी का आइटीसी अस्वीकृत करना उचित नहीं है। डिप्टी कमिश्नर श्वेता यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि कोई भी व्यापारी भयभीत न हो। अभी जो ड्राइव हो रही है उसमें सिर्फ और सिर्फ बोगस रजिस्ट्रेशन वालों को ही टारगेट किया जा रहा है। इस सर्वे के लिए हमारे अधिकारी खरीदी एवं बिक्री के दस्तावेज भी नहीं मांगेंगे। हम आपकी सारी समस्याओं के निराकरण के लिए तत्पर तैयार है।अधिकारियों के उद्बोधन के पश्चात सवाल जवाब का राउंड हुआ। संचालन पूर्व सचिव युनुस मेमन और आभार जिला चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के कोषाध्यक्ष ओमी रमानी ने किया। बाद में चर्चा करते हुए डिप्टी कमिश्नर श्वेता ने कहा कि हर दो महीने में जनसुनवाई का आयोजन हमारे आफिस में करेंगे जिसमें व्यापारियों की समस्याओं का तुरंत निदान का प्रयास करेंगे।
जीएसटी कार्यशाला के तुरंत बाद ही स्टेट बैंक आफ इंडिया के एसएमई उत्सव मीट का आयोजन भी उसी मंच पर किया गया। जिसमें असिस्टेंट जनरल मैनेजर गोपा श्रीचंदन, चीफ मैनेजर प्रशांत राव घोरपड़े, रिलेशनशिप मैनेजर अरविंद कुमार, रिलेशनशिप मैनेजर राजेश बंजारे उपस्थित रहे। जिनका स्वागत जिला चेंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज कोरबा के अध्यक्ष योगेश जैन ने किया। बैंक के अधिकारियों ने व्यापारियों को लोन के बारे में विस्तार से बताया एवं बैंक लोन का जो बीमा बैंक द्वारा करवाया जाता हैए उसके फायदे के बारे में भी विस्तार से चर्चा हुई। अंत में व्यापारियों के सवालों का भी जवाब अधिकारियों ने दिया। बड़ी संख्या में व्यापारियों ने कार्यशाला में भाग लिया। असिस्टेंट कमिश्नर संदीप साय ने कहा कि आप और हम देश की प्रगति के लिए सहयोगी की भूमिका में हैं। पिछले माह भी 16,00,00 लाख रुपये का जीएसटी कलेक्शन हुआ है। कोरबा में बहुत कम ही व्यापारी बोगस रजिस्ट्रेशन वालें होंगे। आपको भी ऐसा लगता है कि यह व्यापारी संदेहास्पद लग रहा है तो कृपया हमें बताएं, ताकि हम उसकी जांच कर गलत पाये जाने पर उसका जीएसटी रजिस्ट्रेशन रद्द कर सकें। आइटीसी अस्वीकृत होने से रोकने के लिए उन्होंने कहा कि प्रोडाट एप के माध्यम से आप जीएसटी नंबर को चेक कर सकते हैं। एप में जीएसटी नंबर डालते ही उसकी संपूर्ण जानकारी एप में दिख जाती है, इससे आपका आइटीसी अस्वीकृत होने का मामला ही खत्म हो जाएगा।
अधिकारियों ने कहा कि सभी दुकानदारों तक जाना तो हमारे लिये संभव नहीं है, अमूमन रोज रात आठ बजे तक तो हम आफिस से निकल पाते हैं। संभावित और गिने चुने व्यापारियों के पास ही हम सर्वे के लिए पहुंच सकते हैं। यूं तो 50,000 रुपये तक पेनाल्टी का प्राविधान है लेकिन हम एक भी पेनाल्टी नहीं लगायेंगे। व्यापारी से भी सहयोग की अपेक्षा रहती है। इस सर्वे के पश्चात आइटीसी अस्वीकृत करने के मामले लगभग नहीं के बराबर आयेंगे ऐसे विचार अधिकारियों ने व्यक्त किये। असिस्टेंट कमिश्नर मनहरण लाल निर्मलकर ने बाद में पूरे विस्तार से जीएसटी के बारे में बताया। उन्होंने व्यापारियों से भी सहयोग की अपील की। मनहरण लाल निर्मलकर ने बताया कि बोगस रजिस्ट्रेशन के सर्वे में अभी तक पांच-छह बोगस रजिस्ट्रेशन के मामले आये हैं। व्यापारियों से अपना फर्म का नाम, जीएसटी नंबर और पता को बाहर साइन बोर्ड में लिखने के लिए कहा। रजिस्ट्रेशन के दौरान जो पेपर आनलाइन सबमिट किये गये, जैसे आधार कार्ड, किरायेदार का इकरारनामा या प्रापर्टी टैक्स के पेपर अथवा रजिस्ट्री के पेपर को, एक फाइल में लगाकर दुकान में ही रखने की अपील की।