2000 करोड़ के शराब घोटाला मामला: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दे इस्तीफा, भाजपा ने किया जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन
कोरबा 12 मई। भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले 11 मई गुरुवार को 2000 करोड़ के शराब घोटाले के मद्देनजऱ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस्तीफे की मांग करते हुए जिला स्तरीय धरना प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने कांग्रेसी कुशासन की सच्चाई से लोगों को अवगत कराया।
इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ राजीव सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की महिलाओं से पूर्ण शराबबंदी का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस की भूपेश सरकार ने शराब को अवैध कमाई का जरिया बनाकर अनवर ढेबर को इस घोटाले का सरगना बना दिया और उसके द्वारा वसूली की रकम ऊपर् तक पहुंचाई गई। श्री सिंह ने आगे कहा कि शराब घोटाला करके 40 प्रतिशत तक के राजस्व की क्षति पहुंचाई गई जो सत्ता के संरक्षण के बिना संभव नहीं है।
रामपुर विधायक व पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने कहा कि शराब घोटाले के खुलासे से प्रदेश की कांग्रेस सरकार की असलियत सामने आ गई है। बजट अनुमान के आंकड़े से भी या प्रतीत हो चुका था कि राजस्व के कारोबार में कोई सुनियोजित खेल चल रहा है। शराब के गोरखधंधे की रकम सत्ता संरक्षण में चल रहे रैकेट की तिजोरी में गई। पूर्व संसदीय सचिव व प्रदेश उपाध्यक्ष श्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि जब से ईडी ने छापेमारी शुरू की तब से आबकारी राजस्व में इजाफा होना इस बात की तस्दीक करता है कि 4 साल में भूपेश-सरकार ने 2000 करोड़ रुपए का घोटाला किया। अपने संबोधन में भाजपा नेता जोगेश लांबा ने कहा कि शराब घोटाले के भंडाफोड़ के बाद मुख्यमंत्री बघेल को तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। ईडी को इस घोटालेबाजी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की भूमिका की भी गहराई से जांच करनी चाहिए।
लोकसभा प्रत्याशी रहे श्री ज्योतिनंद दुबे ने कहा कि कोयला, रेत, जमीन, राशन के बाद शराब घोटाले ने कांग्रेस के राजनीतिक चरित्र को जगजाहिर कर दिया है। इसी तरह डीएमएफ घोटाले में भी बंदरबांट हुई है और खुद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम विधानसभा में इसका खुलासा कर चुके हैं। भाजपा के इस पुतला दहन कार्यक्रम के दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष श्री अशोक चावलानी, श्री पवन गर्ग, कोषाध्यक्ष श्री गोपाल मोदी, नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल आदि ने भी प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला।