जामा मस्जिद में हुआ पहला रोजा इफ्तार
कोरबा 25 मार्च। इस्लाम का मुबारक और पाक महीना रमजान शुरू हो चुका है। रमजान का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए काफी महत्व रखता है। इसमें लोग पूरे महीने रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं। मुस्लिम समुदाय के बीच रमजान के महीने का बेहद खास महत्व होता है। रमजान को रमादान, कुरान का महीना और रोजे का महीना भी कहा जाता है। इस पूरे महीने में लोग रोजा रखते हैं और अल्लाह की इबादत करते हैं।
इस्लामिक कैलेंडर में चांद का खास महत्व होता है और रमजान के महीने की शुरुआत चांद के दिखाई देने के बाद ही होती है। रमजान के साथ ही कई त्योहार मनाने से पहले भी चांद देखा जाता है। कोरबा सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर हाजी अखलाक खान असरफी ने जारी बयान में बताया कि जामा मस्जिद में पूरे रमजान रोजा इफ्तार का इंतेजाम किया जाएगा जिसका आज पहला दिन था सैकड़ों लोगो ने रोजा इफ्तार किया। इस मौके पर सुन्नी मुस्लिम जमात के सरपरस्त कारी सैयद शब्बीर अहमद अशरफी, जनरल सेक्रेटरी जुम्मन खान रिजवी, सेक्रेटरी सैयद अशफाक अली व अब्दुल मजीद ताज, एहसान खान, बाबा खान, बिलाल खान, शेख मंसूर, आरिफ खान, सेखु समेत अन्य मौजूद रहे।