डॉ. रमनसिंह पर कांग्रेस का आरोप राजनीति से प्रेरित, हाईकोर्ट बिलासपुर का फैसला

कांग्रेस की झूठ का पर्दाफाश, जनता हो जाये सावधान, पास आ रहा है चुनाव

बिलासपुर 1 मार्च। लंबे समय से छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की आय से अधिक संपत्ति होने की बात राजनीतिक गलियारों में जोर शोर से उठती रही है। इस मामले में उच्च न्यायालय में कांग्रेस द्वारा याचिका भी दायर की गई, जिस पर आज एक बड़ा फैसला आया है और उच्च न्यायालय की डबल बेंच ने इस मामले को “तथ्यहीन, निराधार और राजनीति से प्रेरित” बताकर ख़ारिज कर दिया है।

उच्च न्यायालय ने कहा:-

□ जो दस्तावेज प्रस्तुत किए गए है उनके आधार पर कोई आरोप नहीं बनता।
□ याचिका राजनीति से प्रेरित है।
□ न्यायालीन प्रक्रियाओं का दुरूपयोग किया गया।
□ आधारहीन दस्तावेज और सिर्फ आंकलन के आधार पर याचिका दायर की गई।
□ सभी प्रस्तुत चुनावी शपथ पत्र को भारतीय निर्वाचन आयोग एवं इनकम टैक्स विभाग द्वारा परीक्षण किया गया लेकिन कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई।

□ प्रथम दृष्ट्रया इस प्रकरण की किसी भी अधिकारिक संस्था से जांच की जरूरत नहीं।

रमन सिंह ने कहा उच्च न्यायालय के इस फैसले से दूध का दूध और पानी का पानी हो गया, और मैं दावे के साथ कहता हूँ कि कांग्रेस द्वारा मेरे ऊपर लगाये अन्य आरोप भी राजनीति से प्रेरित और तथ्यहीन है, जिनका अन्तिम परिणाम भी इस तरह आयेगा।

गौरतलब है कि 2018 के चुनाव परिणाम के बाद से कांग्रेस लगातार इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर हमले करते रही है, आज जब उच्च न्यायालय से डॉ रमन सिंह के पक्ष में यह बड़ा फैसला आया है तब भारतीय जनता पार्टी की भ्रष्टाचार विरोधी नीति और डॉ रमन सिंह की बेदाग छवि को बल मिला है। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह और विश्वास दिखा, जिसमें उन्होंने कहा है कि हम सभी को डॉ रमन सिंह जी की छवि और उनकी ईमानदारी पर हमेशा से विश्वास रहा है, आज उच्च न्यायालय के फैसला से उनका विश्वास और प्रगाढ़ हो गया है।

हाईकोर्ट के फैसले ने एक बार फिर कांग्रेस के चाल, चरित्र और चेहरा को बेनकाब कर दिया है। कांग्रेस का इतिहास झूठ, फरेब और भ्रष्टाचार से लबरेज है। कॉन्ग्रेस झूठ बोलकर और भ्रम पैदा कर पिछले चुनाव में सत्ता में आई थी। अब एक बार फिर छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव करीब आ रहा है। कांग्रेस एक बार फिर आम जनता को झूठ बोलकर भ्रमित करने का प्रयास करेगी। ऐसे में छत्तीसगढ़ की जनता को सावधान हो जाना चाहिए और कांग्रेस के चाल, चरित्र और चेहरा के इतिहास को देखते हुए सच और झूठ का नीर क्षीर विवेचन कर कोई भी फैसला लेना चाहिए। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंह देव के साथ जो छलावा किया है, वह किसी से छुपा नहीं है। जो व्यक्ति अपने ही नेता को धोखा दे सकता है, वह आम जनता के साथ किस हद तक जा सकता है, इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।

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