पुलिस अधीक्षक उदय किरण के नेतृत्व में कोरबा की कानून व्यवस्था में कसावट

एसपी कार्यालय से लेकर थाना चौकियों में प्राथमिकता से सुनी जा रही लोगो की फरियाद

कोरबा 7 फरवरी। अपने तेजतर्रार छवि के लिए विख्यात आईपीएस उदय किरण के कोरबा पुलिस अधीक्षक के पदभार ग्रहण करते ही महकमे की पुलिसिंग व्यवस्था में जहाँ कसावट आने लगी है वहीं आपराधिक तत्व भूमिगत हो गए हैं। विजिबल पुलिसिंग की अनुकरणीय व्यवस्था से जहां अब आमजन को गली मोहल्लों में असमाजिक तत्वों के जमावड़ों हुड़दंग से राहत मिल गई है, वहीं एसपी कार्यालय से लेकर थाना चौकियों में सभी कार्य दिवस में प्रभारियों के बैठने से सरलता सहजता से फरियादी अपनी फरियाद रख पा रहे हैं। चुनावी वर्ष में इसी तरह की कानून व्यवस्था बनी रहने से जनता चैन की नींद लेगी। पुलिस अधीक्षक उदय किरण की छवि लोगों के बीच एक इमानदार पुलिस अफसर के रूप में बनी हुई है। यही कारण है कि कोरबा में कमान संभालने के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर थाना/चौकी के प्रभारी शाम के वक्त अपने क्षेत्र के गली मोहल्लों पर पैदल मार्च करते नजर आते है।

यह पहला मौका है जब किसी ने इस तरह से थाना प्रभारियों की ड्यूटी लगाई हो। यही कारण है कि अब चौक.चौराहों पर असामाजिक तत्वों का लगने वाला जमावड़ा कम नजर आ रहा है। विजुअल पुलिसिंग के तहत कार्य करते हुए पुलिस अधीक्षक ने यातायात के जवानों को भी निर्देश दिया है कि किसी गरीब को बेवजह परेशान न किया जाए पुलिस अधीक्षक ने महिला व साइबर संबंधी मामलों पर भी गंभीरता व त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश अपने मातहत अधिकारी कर्मचारियों को दिए हैं। पुलिस अधीक्षक उदय किरण ने दो टूक लहजे में थाना/चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया है कि जनदर्शन के नाम पर महज एक दिन थाना में बैठने की खानापूर्ति नहीं चलेगी। जनता की फरियाद हफ्ते के सभी कार्यालय दिवस में सुनी जाए। प्रभारी थाना में अधिकाधिक कार्यालयीन समय तक रहें। लंबित एवं नवीन प्रकरणों की त्वरित विवेचना कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। राज्य सरकार ने 2015 बैच के आईपीएस उदय किरण को कोरबा का पुलिस अधीक्षक बनाया है। उदय किरण का बतौर पुलिस अधीक्षक यह तीसरा जिला होगा। पहला जिला नारायणपुर था। उसके बाद जीपीएम और अब तीसरे कोरबा जिले में सेवाएं दे रहे हैं।

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