जहर का असर उतारने के लिए लिया झाडफ़ूंक का सहारा, पीडि़त की मौत


कोरबा 29 दिसंबर। जहर का असर उतारने के लिए समुचित उपचार के बजाय झाड़.फूंक का सहारा लेना ग्रामीणों को महंगा पड़ गया। कटघोरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पोड़ीगोसाई निवासी युवक सोनू की इस चक्कर में मौत हो गई। हालत बिगडऩे पर परिजन उसे लेकर अस्पताल भागे लेकिन तक तक काफी देर हो चुकी थी और सोनू की मौत हो गई।

पूरे मामले में परिजनों के द्वारा लापरवाही बरतने और अंधविश्वास का सहारा लेने को सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अनेक मामलों में लोगों को लगातार जागरूक किया जा रहा है और उन्हें बताने की कोशिश की जा रही है कि किसी भी वजह से स्वास्थ्य बिगडऩे पर फौरन चिकित्सा पद्धति का उपयोग लिया जाए। झाड़.फूंक और टोने टोटके से कोई नतीजे नहीं आ सकते बल्कि पीडि़त की मौत हो शक्ति है। यह बात अभी भी कुछ स्थानों पर लोगों की समझ में नहीं आ रही है। कटघोरा थाना क्षेत्र के ग्राम पोड़ी गोसाई निवासी सोनू नामक युवक ने अज्ञात कारणों से जहर का सेवन कर लिया था। सेहत बिगडऩे पर परिजन उसे अस्पताल ले जाने के बजाए झाड़.फूंक कराना उचित समझा। काफी देर तक झाड़ फूंक कराने के बाद भी उसकी सेहत में सुधार होने के बजाए बिगड़ते चली गई। आनन.फानन में परिजन उसे पहले कटघोरा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिए। यहां से उसे एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां भी उसका उपचार नहीं हुआ ।अंत में सोनू को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया । जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सोनू के मौत के मामले में पूरी तरह से परिजनों की लापरवाही सामने आई है। समय रहते अगर उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाता तो शायद उसकी जान बच जाती। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है पचंनामा की कार्रवाई के बाद लाश परिजनों को सौंप दी गई है।

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