दवा व्यवसायी ने कर्ज के कारण फांसी लगाकर की आत्महत्या: मिला सुसाइड नोट
कोरबा 28 दिसंबर। कोरबा जिले के जमनीपाली में हितेश पांडेय नाम के दवा व्यवसायी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें कर्ज के कारण ऐसा कदम उठाने की बात लिखी गई है। मामला दर्री थाना क्षेत्र के जमनीपाली के साडा कॉलोनी का है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
जमनीपाली के सरदार वल्लभभाई पटेल साडा कॉलोनी एमआईजी-136 में आरबी पांडे का परिवार रहता है। उनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। तीनों बच्चों की शादी हो चुकी है। इकलौते बेटे हितेश पांडेय को ढाई साल का एक बेटा भी है। हितेश दवा के थोक व्यापार का बिजनेस करता था। कोरबा के घंटा घर क्षेत्र में उसकी दुकान है। मंगलवार को दुकान बंद रहती है, इसलिए हितेश पांडेय घर पर ही था। दोपहर में वो अपने कमरे में गया। जब शाम में परिवार के लोग उसके कमरे में गए, तो उसकी लाश फांसी के फंदे से लटकी हुई मिली। फांसी के फंदे पर इकलौते बेटे की लाश देखकर परिवार के लोगों में कोहराम मच गया। शोर सुनकर मोहल्ले के लोग भी जमा हो गए। घटना की सूचना दर्री पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से उतरवाया और घटनास्थल की जांच की, तो मौके से सुसाइड नोट बरामद हुआ। सुसाइड नोट में लिखा था कि मैं कर्ज से परेशान हूं। दिवालिया हो चुका हूं, मेरे पास मरने के अलावा और कोई चारा नहीं है। मैं अपनी मौत का जिम्मेदार खुद ही हूं। सुसाइड नोट में आगे लिखा था कि सॉरी मां-पापा, आई लभ यू..मैं अपने परिवार से बहुत प्यार करता हूं, मैं अपनी पत्नी बबली और बेटे से बहुत प्यार करता हूं, माफ करना।
सुसाइड नोट में कर्ज ज्यादा होने सहित कई बातें लिखी हुई हैं। सुसाइड नोट के नीचे के हिस्से में समय का भी उल्लेख किया गया है। हितेश के पिता की मौत हो चुकी है। वो अपनी मां, पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। दर्री सीएसपी् रॉबिंसन गुडिय़ा ने बताया कि घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची है और सुसाइड नोट बरामद किया है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है।