सेन्हा में मवेशी को मारने के बाद हाथियों ने जमाया डेरा, ग्रामीण दहशत में
कोरबा 03 दिसंबर। वन विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लाख प्रयास के बावजूद हाथियों का उत्पात कटघोरा वनमंडल के पसान रेंज में थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। यहां के जल्के सर्किल के सेन्हा गांव में अचानक धमके हाथियों के दल ने एक बार फिर उत्पात मचाते हुए एक मकान तोडऩे के साथ ही मवेशी बछड़ा को मार डाला। इतना ही नहीं हाथियों ने खेतों एवं बाड़ी में पहुंचकर वहां लगे 13 किसानों के फसलों को बर्बाद कर दिया। गांव में उत्पात मचाने के बाद हाथियों ने पास में ही डेरा डाल दिया है और गांव के आसपास मंडरा रहा है जिससे ग्रामीण दहशत में हैं।
जानकारी मिलने पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर हाथियों को खदेडऩे के प्रयास में जुट गया है। मिली जानकारी के अनुसार 43 हाथियों का दल क्षेत्र में विचरणरत है। इस दल में शामिल 42 हाथी बीती रात सेन्हा गांव में पहुंच गए जबकि एक दंतैल आगे बढ़कर पसान रेंज की सीमा को पार कर केंदई पहुंच गया है। सेन्हा में अचानक धमके हाथियों के दल ने यहां के बांधापारा में भारी उत्पात मचाया और कल्याण नामक ग्रामीण के कोठे में बंधे एक मवेशी ;बछड़ाद्ध पर हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। जबकि मंगल दास के घर को निशाना बनाते हुए उसे बुरी तरह ध्वस्त कर दिया। इतना ही नहीं हाथियों ने ग्रामीणों के बाड़ी व खेतों में लगे फसलों को तहस-नहस करने के साथ ही रौंद दिया। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक हाथियों का दल शुक्रवार की शाम जंगल से निकला और रात 8 बजे के करीब सेन्हा गांव के निकट पहुंच गया। आसपास मंडराने के बाद बांधापारा बस्ती में प्रवेश किया और उत्पात मचाना शुरू किया। हाथियों का उत्पात काफी देर तक चला। इसकी सूचना जैसे ही वन विभाग को मिली तत्काल उसके अधिकारी व कर्मचारी मौके पर पहुंचकर गांव में मुनादी कराने के साथ ही जोखिम वाले क्षेत्र में रह रहे ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया और हाथियों को खदेडऩे की कोशिश की लेकिन हाथी भागने के बजाय बांधापारा बस्ती में घुसकर मवेशी व मकान को नुकसान पहुंचा दिया। बस्ती में नुकसान पहुंचाने के बाद हाथी खेतों में प्रवेश कर वहां फसलों को तहस.नहस करने के साथ ही आसपास मंडराने लगा। बस्ती के निकट मंडरा रहे हाथियों को भगाने की कोशिश वन अमला करता रहा लेकिन उसमें सफलता नहीं मिल पाई। हाथी अभी भी गांव के आसपास मंडरा रहे हैं जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है।