पीएटी परीक्षा आोजित : कृषि संकाय के बंद होने से घट रहे परीक्षार्थी

कोरबा 6 जून। कृषि संकाय बंद होने के कारण प्रीएग्रीकल्चर परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों की तादात भी घटने लगी है। कोरोना काल के पहले तक पीएटी परीक्षा शामिल होने वाले परीक्षार्थियों को तादात 4000 थी वह घट कर डेढ़ हजार के आसपास सिमट गई है। रविवार को व्यापम ने पीएटी की परीक्षा का आयोजन किया। परीक्षा में 1477 परीक्षार्थियों को पंजीबद्ध किया गया था। जिसमें 424 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे है।   

जिले को औद्योगिक जिला मानते हुए कृषि योजनाओं से वंचित किया जा रहा है। कृषि योजनाओं को बढ़ावा दिए जाने के नाम पर जिले वासियों के साथ छलावा ही हो रहा है। वर्ष 2008 में जिले के 10 स्कूलों में कृषि संकाय की शुरूवात की गई थी। जिन स्कूलों में संकाय संचालित थी उनमें कटघोरा, छुरी, पाली, कटघोरा, पोड़ी उपरोड़ा आदि स्कूल शामिल थे। वर्तमान में केवल दो ही स्कूल करतला व भैसमा में ही कृषि संकाय का संचालन हो रहा है। हालिया स्थिति यह है कि कोरबा, कटघोरा पाली, पोड़ी उपरोड़ा के छात्र छात्राओं को कृषि संकाय पढऩा हो तो उन्हे करतला या भैसमा जाना पड़ेगा। कृषि में रोजगार की वृहत संभावना होने के बाद भी संकाय को बंद किया जाना विडंबना साबित हो रहा है। रविवार को आयोजित पीएटी परीक्षा के लिए चार केंद्र बनाए गए थे। निर्धारित केंद्रों में पंजीबद्ध 1477 परीक्षार्थी में 424 अनुपस्थित रहे। केद्रों में सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई थी। परीक्षा में शामिल होने के जारी किए गए प्रवेश पत्र के साथ आधार कार्ड भी लाना आवश्यक था। कार्ड नहीं लाने के कारण कई परीक्षार्थियों को केंद्र से वापस लौटना पड़ा। परीक्षा आयोजन के सहायक नोडल अधिकारी एचआर मीरेंद्र ने बताया कि औचक निरीक्षण के लिए प्रशासन की ओर से उडऩदस्ता टीम गठित की गई थी। एक भी केंद्र में नकल प्रकरण दर्ज नहीं किया गया।

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