लबेद, गिरारी और कोई से तेंदू पत्ता संग्रहण कार्य शुरू

कोरबा 6 मई। कोरबा वनमंडल के अंतर्गत ग्राम लबेद, गिरारी और कोई तेंदू पत्ता संग्रहण का कार्य शुरू हुआ। संग्रहण के पहले दिन तीन फड़ों से 255 मानक बोरा की बोहनी हुई। वनमंडल के 38 समितियों से इस वर्ष 53 हजार 200 बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्?य रखा गया है। सप्ताह भर से मौसम में उतार चढ़ाव के चलते खरीदी कार्य बाधित हो रहा है। दो साल तक चले कोरोना काल के लाकडाउन के बाद पूर्ण अनलाक के बीच पत्ता संग्रहण को लेकर संग्राहकों में उत्साह देखा जा रहा है।   

वनोपज संग्रहण के तौर पर तेंदूपत्ता खरीदी का कार्य शुरू होने से अब संग्राहक वनों में पत्ता तोड़ने पहुंच रहे हैं। लेमरू ठाकुरखेता विमलता जैसे पंचायातों में भी पत्ते तैयार नहीं हुए हैं। इन पंचायतों से लगे वन क्षेत्रों के पत्तों की बिक्री के लिए निविदा में बोली जिले में सर्वाधिक कीमत में हुई है। आठ मई तक सभी फड़ों को शुरू कर दिया जाएगा। बीते वर्ष की तरह इस वर्ष भी 400 रूपये के दर से पत्तों की प्रति सैकड़ा गड्डी खरीदी की जा रही है। संग्रहण कार्य एक मई से शुरू की जानी थी किंतु पत्ता तैयार होने में देरी के कारण पांच मई से खरीदी शुरू की गई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि मौसम अनुकूल रहा तो लक्ष्य से बढ़कर पत्तों का संग्रहण होगा। कोरबा वनमंडल क्षेत्र के अंतर्गत 38 हजार 265 संग्राहकों का कार्ड बनाया गया है। कार्ड के आधार पर ही तेंदूपत्ते की खरीदी होगी। कोरोना काल के बाद पूर्ण अनलाक के माहौल में शुरू हुई तेंदूपत्ता खरीदी से संग्राहकों में अधिक से अधिक पत्ते तोड़ने के लिए प्रतिस्पर्धा देखी जा रही।   

तेज गर्मी के कारण दावानल का असर वनों में पड़ा है। वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर वन कर्मियों के हड़ताल पर जाने की वजह से जंगल असुरक्षित रहा। ऐसे में पल्लवित होते पौधों पर असर पड़ा है। इधर संग्रहण की शुरूआत होते ही मौसमी उतार-चढ़ाव शुरू हो गया है। बारिश और तेज हवा की संभावना आगामी सप्ताह में बनी है। विपरीत मौसम होने संग्राहकों को हानि होगी।   

वन मंडल में अभी हाथी का विचरण नहीं है। जिन स्थानों में हाथियों के आने की संभावना है वहां पत्ते अभी भी परिपक्व नहीं हुए। वन विभाग ने बुजुर्गों व छोटे बच्चों को संग्रहण में साथ न ले जाने के लिए संग्राहकों को सतर्क किया है। वन विभाग ने पहले ही तय कर लिया है कि संग्रहण क्षेत्र में हाथियों के डेरा डालते फड़ बंद कर दिया जाएगा। विभाग की ओर से हाथी आवागमन वाले मार्ग में निगरानी तेज कर दी गई है।

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