राखड़ बांध से उड़ने वाली राख व दस सूत्रीय मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन
![](http://newsaction.co.in/wp-content/uploads/2022/03/22-kr-1.jpg)
कोरबा 22 मार्च। हसदेव ताप विद्युत संयंत्र एचटीपीपी कोरबा पश्चिम के नवागांव झाबु में स्थित राखड़ बांध से उड़ने वाली राख व प्रदूषण से ग्रामीण काफी त्रस्त है। ग्रामीणों ने दस सूत्रीय मांग लेकर बांध के समक्ष प्रदर्शन किया। बाद में प्रबंधन ने कुछ मांग पूरी करने का आश्वासन दिया, तब आंदोलनकारी माने।
ग्रामीणों का कहना है कि विद्युत कंपनी के एचटीपीपी संयंत्र के राखड बांध से जीना दुर्भर हो गया है। राखड बांध से उड़ने वाले राख से हलकान ग्रामवासियों ने कई बार प्रबंधन व पर्यावरण विभाग के समक्ष शिकायत की, पर कोई सकारात्मक पहल नहीं हो सकी। सोमवार को झाबु नवागांवकला स्थित राखड़ बांध के समीप सरपंच अमिता सिंह कंवर की अगुवाई में स्थानीय जनप्रतिनिधि व ग्राम पंचायत झाबु नवागांवकला, मडवामौहा के ग्रामीणों ने दस सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बांध में स्थानीय लोगों को काम में नहीं रखा जाता और बाहर से मजदूर लाकर काम कराया जा रहा है। लगभग पांच घंटे तक चले प्रदर्शन के बाद एचटीपीपी के अधिकारियों के साथ वार्ता हुई। इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शिवकला छत्रपाल सिंह कंवर, सरपंच अमिता सिंह कंवर, स्थानीय ग्रामीण व जनप्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक में प्रबंधन ने दस सूत्रीय मांग में तीन मांग को छोड़ सभी मांगों पर सहमति जताई। इसके बाद ग्रामवासी प्रदर्शन को समाप्त किया। इस दौरान कटघोरा जनपद उपाध्यक्ष गोविंद सिंह कंवर, जनपद सदस्य वैशाखू यादव, पूर्व सरपंच लखन सिंह कंवर , छत्रपाल सिंह कंवर, गोरे लाल यादव, जीवन यादव किशोर गोस्वामी, भुवन पाल सिंह कंवर, उपसरपंच, सभी पंचगण व ग्राम वासी उपस्थित रहे।
ग्रामीणों की दस सूत्रीय मांगः-राखड बांध को गिला रखें ताकि राखड न उड़ सके। नवागांव पुल से डांड पारा तक सीसी रोड। सिनोसीफेयर ग्लोबल टेंडर से हटाकर समितियों को दिया जाए। प्रत्येक राशनकार्ड धारियों को एनटीपीसी की तरह राशि देने। गांव में सोलर इलेक्ट्रिक लाइट व पेयजल के लिए बोर की मुहैया कराने। बिजली को शहरी क्षेत्र से हटाकर ग्रामीण के लिए अलग करने। राखड पाइप फटने से क्षतिपूर्ति देने। ग्राम पंचायत के अनुमति के बगैर शासकीय जमीन पाइप एवं मिट्टी की खुदाई ना करने। अधिग्रहण की गई जमीन के हितग्राहियों को नौकरी देने।