पानी की तलाश में ग्रामीण क्षेत्र पहुंच रहे वन्य प्राणी को कुत्ते बना रहे शिकार

कोरबा 16 मार्च। जिले के कोरबा वन मंडल अंतर्गत मड़वारानी पहाड़ी क्षेत्र में स्थित जलस्त्रोत गर्मी के मौसम आते ही सुख जा रहे है। पानी
की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण वन्य प्राणी अपनी प्यास बुझाने नीचे उतर कर गांवो की ओर पहुंच रहे है। और आवारा कुत्तों का शिकार बन जा रहे है। जिससे उनके प्राणो पर संकट उत्पन्न हो जा रहा है। कई जानवरों की मौत भी हो जा रही है। कल मंगलवाल को भी तड़के 5.00 बजे एक चरतल अपनी प्यास बुझाने खरहरकुड़ा बांध पर पहुंचा था। वह अभी पानी के पास जाकर अपनी प्यास बुझा कर उससे पहले ही क्षेत्र में घुम रहे आवारा कुत्तो की नजर पड़ गई और उसने चीतल पर हमला कर बुरी तरह नोच डाला जिसे उसकी मौत हो गई।

ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और प्राथमिकी कार्यवाई करने व पोस्टमार्टम के बाद मृत चीतल का अंतिम संस्कार कर दिया । तीन दिनों के भीतर आवारा कुत्तो के हमले में यह चीतल के दूसरी मौत थी। क्षेत्र में लगातार दो चीतलों की मौत से वन विभाग ने हड़कप मच गया है। वन मंडलाधिकारी श्रीमती प्रियंका पाण्डेय से चर्चा करने पर उन्होनें बताया कि कुत्तो के हमले में चीतल की मौत चिंता का विषय है। वे इस संबंध में संअंधित रेंजर एडिप्टी रेंजर व अन्य कर्मियों से जानकारी ले रही है। वन विभाग मामले को लेकर गंभीर है। उनकी कोशिश होगी शीघ्र ही क्षेत्र में बांध बनाकर व अन्य साधनों से पानी का भण्डारण किया जाए। ताकि वन्य प्राणीयों को पानी पहाड़ पर ही मिल सके । उन्हें इसकी तलाश में नीचे न उतरना पड़े। और पूरी तरह सुरक्षित रहें। इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा।

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