एसईसीएल कर्मशाला में सुरक्षा सप्ताह शुरू

सुरक्षा का पहलू कार्य संस्कृति का सबसे अहम हिस्साः महाप्रबंधक

कोरबा 5 मार्च। एसईसीएल सेंट्रल वर्कशॉप के महाप्रबंधक ए के अग्रवाल ने मुख्य रूप से इस बात को रेखांकित किया कि कार्यस्थल पर नियमित कामकाज के साथ-साथ हरहाल में सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखा जाए और इसे गंभीरता से लिया जाए। हर स्तर पर सुरक्षा का पहलू कार्यसंस्कृति का सबसे अहम हिस्सा होता है। इसकी अनदेखी करने के नतीजे हमेशा अप्रिय होते हैं।

51 वें औद्योगिक राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस और सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर यह विचार रखें। वर्ष 1971 में पहली बार राष्ट्रीय सुरक्षा के परिप्रेक्ष्य में उद्योगों के स्तर पर इस अवधारणा को शुरू किया गया। तब से लगातार इस तरह के आयोजन करते हुए औद्योगिक संस्थानों में सुरक्षा की भावना को मजबूती दी जा रही है। कार्यक्रम के अंतर्गत वरिष्ठ कर्मचारी ने यहां पर ध्वजा रोहण किया। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के तत्वाधान में अखिल भारतीय स्तर पर इस तरह के कार्यक्रम किये जा रहे हैं। महाप्रबंधक अग्रवाल ने कार्यक्रम में सेंट्रल वर्कशॉप के अधिकारियों व कर्मचारियों को सुरक्षा की शपथ दिलायी। उन्होंने आह्वान किया कि कामकाज के दौरान सुरक्षा को अपनाने और दूसरों को इस बारे में सचेत करने के लिए काम किया जाए। उन्होंने सुरक्षा के सकारात्मक और नकारात्मक पक्षों पर रौशनी डालने के साथ बताया कि जीवन के हर क्षेत्र में सुरक्षा को वरीयता दी जानी चाहिए। महाप्रबंधक ने यह भी बताया कि कोल इंडिया और एसईसीएल उत्पादन के साथ-साथ गतिविधियों में सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। इसके मायने यही है कि नियमित गतिविधियों के संपादन के साथ श्रम शक्ति को संरक्षित किया जाना बेहद आवश्यक है। कार्यक्रम में महाप्रबंधक उत्खनन व कार्यप्रबंधक एसके कांटपातलए महाप्रबंधक विद्युत यांत्रिकी नवीनदीप के अलावा जेसीसी सदस्यों, सुरक्षा समिति के प्रतिनिधि एवं अन्य संगठनों से जुड़े सदस्यों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करायी। कार्यक्रम का संचालन सुरक्षा अधिकारी एसके अग्रवाल ने करते हुए सुरक्षा सप्ताह पर होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। उद्घाटन समारोह में कार्यशाला के कर्मचारियों की मौजूदगी रही।

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