दीपका साइलो के सौ कामगारों को काम से निकाला, किया गेट जाम

कोरबा 2 दिसम्बर। दीपका खदान में कोयला लदान साइडिंग साइलो में नई निविदा के बाद ठेका कंपनी ने पांच वर्षो से कार्यरत 100 कामगारों को काम से निकाल दिया। आक्रोशित कामगारों ने उर्जाधानी भू-विस्थापित समिति के साथ गेट जाम कर दिया। इससे साइलो का कामकाज बंद हो गया। बाद में आंदोलनकारियों ने चेतावनी दी कि चार दिन में समस्या का निदान नहीं होने पर पांच से साइलो का काम बंद कराया जाएगा।

साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की दीपका खदान से नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन एनटीपीसी की सीपत परियोजना में मालगाड़ी के माध्यम से कोयला आपूर्ति किया जाता है। लदान के लिए साइडिंग में साइलो लगा हुआ है, जहां मेंटेनेंस व अन्य कार्य के लिए ठेका पद्धति से 240 मजदूर पिछले चार साल से काम पर लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि पुरानी कंपनी का ठेका खत्म हो गया और नागार्जुन प्राइवेट लिमिटेड ठेका कंपनी को क्लीनिंग और मेंटेनेंस का काम सौंपा गया है। बुधवार से कंपनी ने अपना कार्य शुरू किया। इसके पहले ही 100 कामगारों की छंटनी कर दी गई। सभी कर्मचारी 40 की उम्र पार कर चुके हैं। सभी कामगार स्थानीय भू.विस्थापित परिवार से जुड़े हुए हैं और काम से निकाले जाने पर उनके समक्ष जीवन यापन की समस्या उत्पन्न हो गई। ठेका कंपनी की इस कार्यप्रणाली से मजदूरों में नाराजगी बढ़ गई और उर्जाधानी भू-विस्थापित समिति बैनर तले छंटनी के विरोध में महाप्रबंधक कार्यालय का गेट जाम कर आंदोलन कर दिया। इसके साथ ही साइलो का काम बंद करा दिया।

बाद में क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी जेके दुबे और क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक दुर्गा प्रसाद को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि यदि निकाले गए मजदूरों को वापस काम पर नही रखा जाता है तो पांच दिसंबर से साइलो का कामकाज बंद करा दिया जाएगा। इस दौरान भागीरथी यादव, राहुल जायसवाल, गजेंद्र सिंह ठाकुर, अर्जुन वस्त्रकार, ललित महिलांगे, विजय श्याम, गणेश उईके, मुकेश यादव, सतपाल सिंह, कन्हैयालाल, प्रदीप कुमार, राय सिंह, आत्माराम गौरव राज सम्मत राम, शिव शंकर, अनिल कुमार, विपत सिंह, श्याम संतोष कोर्राम, चंद्र भवन श्रोते, संतोष सिंह खुसरो, हेमंत कुमार चौहान, इंद्रपाल सिंह समेत काफी संख्या में ठेका कर्मचारी उपस्थित रहे।

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