हरियाणा के सिंधु बॉर्डर में किसानों के बीच पहुंचे म.प्र. राज्य एटक अध्यक्ष हरिद्वार सिंह

सिन्धु बार्डर 6 अक्टूबर। गत मंगलवार 5 अक्टूबर 2021 को हरियाणा के सिंधु बॉर्डर पर किसानों के आंदोलन को समर्थन देने के लिए एटक मध्य प्रदेश के अध्यक्ष कामरेड हरिद्वार सिंह एवं अखिल भारतीय किसान सभा मध्य प्रदेश के उपाध्यक्ष कामरेड अरविंद श्रीवास्तव पहुंचे।हजारों उपस्थित किसानों ने गर्मजोशी से दोनों नेताओं का स्वागत किया। कामरेड हरिद्वार सिंह ने जोशीले अंदाज में 10 महीने से संघर्षरत किसानों को क्रांतिकारी सलाम करते हुए कहा इतिहास आने वाले हजारों साल तक इस आंदोलन को याद रखेगा। इतने लंबे समय से आंदोलन चलाना कोई मामूली बात नहीं है। 700 किसान शहीद हो गए लेकिन बेरहम सरकार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है। कामरेड हरिद्वार सिंह ने कहा इंटरमीडिएट तक मेरी शिक्षा उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले के गोला गोकर्णनाथ में हुई है। लखीमपुर के अजय मिश्र टेनी परिवार को मैं जानता हूं। गुंडागर्दी उनके आदत में शुमार है। ऐसी स्थिति में उनके लड़के के द्वारा आंदोलनरत किसानों पर गाड़ी चढ़ा कर मार डालना एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया गया कृत्य है। निश्चित रूप से इसकी सजा अजय मिश्रा टेनी एवं उनके लड़के आशीष मिश्रा एवं इस जघन्य हत्या में शामिल लोगों को मिलना ही चाहिए। संविधान में स्वतंत्र अभिव्यक्ति एवं विरोध प्रदर्शन की व्याख्या की गई है, किंतु आर एस एस एवं भारतीय जनता पार्टी को ना तो संविधान पर विश्वास है और नहीं आंदोलन की स्वतंत्रता पर। कामरेड हरिद्वार सिंह ने कहा देश में चारों तरफ इस दरिंदगी की निंदा हो रही है किंतु केंद्रीय गृह राज्य मंत्री सफेद झूठ बोल रहे हैं, कि उनका लड़का मौके पर नहीं था। अपराधी किसी भी ओहदे पर क्यों न हो झूठ का सहारा तो उसे लेना ही पड़ता है। हरियाणा के मुख्यमंत्री ने एक सभा में कहा, कि एक- एक गांव से, हजार हजार लट्ठे निकालो और किसानों को मारो। उनकी खोपड़ी फोड़ डालो। क्या कोई मुख्यमंत्री इस भाषा में बात करता है। कुछ महीना पहले भारतीय जनता पार्टी के ही एक केंद्रीय मंत्री अनुराग मिश्रा ने सरेआम भाषण दिया था कि गोली मारो सालों को। यह कौन सी संस्कृति और सभ्यता को लेकर भारतीय जनता पार्टी चल रही है, यह समझा जा सकता है। लेकिन श्री राकेश टिकैत जैसे ही लखीमपुर गए जनता का इतना जबरदस्त दबाव था, समूचे देश से किसानों के उबलने के खतरे को महसूस करते हुए उत्तर प्रदेश की डरी हुई सरकार ने तत्काल 45 लाख रुपया मृतकों को 10 लाख रुपया घायलों को और अजय मिश्रा एवं उनके लड़के आशीष मिश्रा एवं सभी दोषियों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज किया गया है। किंतु अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। कामरेड हरिद्वार सिंह ने कहा कि किसानों की लड़ाई मजदूर लड़ेगा और मजदूरों की लड़ाई किसान लड़ेगा तभी इस जालिम सरकार से किसानों और मजदूरों को मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा 27 सितंबर को समूचे देश के मजदूरों ने किसान आंदोलन के समर्थन में जबरदस्त आंदोलन प्रदर्शन किया। यह किसान और मजदूर एकता का सबसे ताजा उदाहरण है। अदानी और अंबानी के इशारे पर काम करने वाली केंद्र सरकार ने महंगाई को बढ़ाया। बेरोजगारी पैदा किया। भ्रष्टाचार चरम पर है। इसीलिए जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य किसानों के फसल का नहीं मिलता है। तीन कृषि कानून वापस नहीं होते हैं, चार लेबर कोड समाप्त नहीं किए जाते हैं तब तक आंदोलन चलता रहेगा। अखिल भारतीय किसान सभा के प्रांतीय उपाध्यक्ष कामरेड अरविंद श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहां कि केंद्र सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है। 6 साल में 6 लाख करोड़ कर्जे 120 पूंजी पतियों को दिए गए हैं। पूंजीपति उनको वापस नहीं कर रहे हैं।अलबत्ता भारत सरकार ने बैंक को ही बैड बैंक का नाम दे दिया है। कामरेड अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि अकेले सिन्धु बॉर्डर पर आंदोलन नहीं चल रहा है। इस आंदोलन के समर्थन में मध्य प्रदेश के रीवा में सिवनी में इंदौर में एवं कई जगहों पर किसान लगातार आंदोलन चला रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपको मध्य प्रदेश की ओर से हम सलाम करने आए हैं और आज हमें ऐसा लगता है कि टीवी में देखना समाचार पत्रों में पढ़ना और आखिर के बॉर्डर पर आपके बहादुरी को देखना दोनों में बहुत बड़ा फर्क है। हम और कामरेड हरिद्वार सिंह यदि आज इस आंदोलन में नहीं आते हमसे ऐतिहासिक भूल हो जाती। 12 किलोमीटर में फैले आपके पंडाल को देख करके हमें भरोसा है कि आपकी जीत सुनिश्चित है। सरकार को झुकना ही पड़ेगा। उन्होंने किसानों से कहा कि 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव है। लखीमपुर में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री अजय मिश्रा टेनी एवं उनके पुत्र आशीष मिश्रा ने जिस तरीके से अन्नदाता किसानों को रौंदकर कर मौत के घाट उतार दिया है, अब किसानों की जिम्मेदारी है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को रौंदकर उखाड़ फेंके और इस हत्या का एक-एक करके बदला ले। किसान नेता गुलजार सिंह ने मध्य प्रदेश से आए दोनों नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया और कहा कि जिस तेवर के साथ आप दोनों ने उपस्थित हजारों किसानों को संबोधित करके हौसला बढ़ाया है हम सारे संयुक्त किसान संगठन की ओर से आपका अभिनंदन करते हैं स्वागत करते हैं, आभार व्यक्त करते हैं।

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