मलेरिया एवं अन्य बीमारियों की रोकथाम, गांवों में डीडीटी पावडर स्प्रे का छिड़काव

कोरबा 5 जुलाई। मलेरिया एवं अन्य बीमारियों की रोकथाम के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सीएचसी करतला की टीम गांवों में जुट गई है। ग्रामीणों को भी स्वस्फूर्त आगे आने और जांच कराकर चिंता मुक्त होने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सीएचसी के कर्मी गांव.गांव जाकर डीडीटी पावडर का स्प्रे से छिड़काव कर रहे हैं। जिले में मलेरिया मुक्ति अभियान खंड चिकित्सा अधिकारी डा राकेश पटेल के दिश-.निर्देश में यह कार्य करतला विकासखंड के विभिन्ना ग्रामों में किया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ मलेरिया मुक्ति अभियान 2021 के तहत जिला प्रशासन के निर्देश पर विकासखंड करतला के सीएचसी की टीम अभियान में जुट गई है। करतला बीएमओ डा राकेश पटेल ने बताया कि यह अभियान 31 जुलाई तक चलाया जाएगा। इसमें सभी टीमों का चिन्हांकन कर जिम्मेदारियां दे दी गई हैं। सभी प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केंद्रों अंतर्गत ग्रामों में घर-घर जाकर आरडी किट से मलेरिया की जांच कराई जा रही है। कोविड.19 के लक्षण वाले मरीजों की पहचान भी की जा रही है। मलेरिया से ग्रसित मरीजों का तुरंत उपचार किया जा रहा है। इस कार्य में जुटे रहते हुए अभियान को सफल बनाने सीएचसी करतला से बीपीएम बीपी बघेल, बीईटीओ एसआर सिदार, मलेरिया निरीक्षक प्रमोद यादव, सुपरवाइजर रविशंकर राठिया, कोमल राठौर, हरेंद्र कंवर, एसएफओ दाऊराम साहू एवं अन्य योगदान प्रदान कर रहे हैं। अभियान के दौरान लक्षित हर घर और हर व्यक्ति की जांच सुनिश्चित करने के लिए घरों में स्टीकर चस्पा कर जांच किए जा रहे और लोगों के पैर के अंगूठे में निशान लगाकर मार्किंग की जा रही है।

राज्य को मलेरिया मुक्त करने में जिला भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा। इसके लिए मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान के तहत कोरबा के मलेरिया प्रभावित पोड़ी-उपरोड़ा, कोरबा, पाली विकासखंडों के 26 गांवों में 22 हजार 679 लोगों की मलेरिया जांच की जाएगी। सीएमएचओ डा बीबी बोडे ने बताया कि अभियान के संचालन के लिए पूरी तैयारियां कर लीं गई है। मलेरिया जांच के लिए जिले में मलेरिया प्रभावित कुल 26 गांवों और उसके 63 पारा-मोहल्लों तक स्वास्थ्य विभाग की 64 टीमें पहुंचेंगी। मलेरिया प्रभावित क्षेत्रों में डीडीटी छिड़काव किया जा रहा।

अभियान में मलेरिया पाजिटिव लोगों का फालोअप 31 अगस्त तक लेकर आवश्यकता अनुसार इलाज किया जाएगा। अभियान के तहत मितानिनों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा मलेरिया प्रभावित घने जंगलों और पहाड़ों से घिरे क्षेत्रों के पहुंचविहीन, दुर्गम एवं दूरस्थ इलाकों में भी घर-घर पहुंचकर लोगों की आरडी किट से मलेरिया की जांच की जाएगी। जांच में मलेरिया पाजिटिव पाए गए लोगों को स्थानीय स्तर पर उपलब्ध खाद्य पदार्थ खिलाकर तत्काल मलेरिया के इलाज के लिए दवाई का सेवन चालू किया जाएगा। मितानिनों की निगरानी में उन्हें दवाइयों की पूरी खुराक दी जाएगी।

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