गेरवाघाट क्षेत्र में वाहनों के टैंक से हो रही डीजल की चोरी

कोरबा 9 जून। वाहनों के चालक रात्रि में नींद में होते हैं और उनकी टंकियों से डीजल पार भी हो जाता है। कई घंटे बाद चालकों को इसकी जानकारी होती है। तब उनके सामने सिर पीटने के अलावा कोई चारा नहीं होता।

राताखार के आगे गेरवाघाट नए पुल के पास इस तरह की घटनाएं लगातार हो रही है। इससे चालक काफी परेशान हैं। जानकारी के अनुसार कोयला खदानों से कोयला लेने सहित अन्य कार्यों से विभिन्न क्षेत्रों से हजारों की संख्या में ट्रकों की आवक प्रतिदिन कोरबा में होती है। आवाजाही की प्रक्रिया में रात्रि के दौरान झपकी आने की स्थिति में अनेक वाहनों के चालक आगे बढ़ने के मामले में खुद निर्णय लेते हैं और तय करते हैं कि कहां आराम करना बेहतर होगा। कुछ घंटों के लिए ऐसे चालक अपनी गाड़ियां अलग-अलग स्थान पर खड़ी कर देते हैं। इन्हीं में एक स्थान कोरबा के राताखार और गेरवाघाट पुल के दोनों तरफ का है। एक हिस्सा सीएसईबी पुलिस चौकी के अंतर्गत आता है तो दूसरा क्षेत्र दर्री थाना में। बताया गया कि इन इलाकों में चालक जब नींद में होते हैं तो उनके वाहनों के टैंक से डीजल की चोरी कर ली जाती है। इस काम में आसपास के लोग शामिल हैं या कोई और, यह जानकारी नहीं लग पा रही है। चालकों ने कुछ दिन तक निगरानी भी की लेकिन परिणाम नहीं आ सके। अब जबकि डीजल की दरें 93 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई है तब ऐसी घटनाओं से खासतौर पर वाहन मालिकों की समस्या बढ़ी है। वहीं चालक मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं।

माना जा रहा है कि ऐसे मामलों को लेकर हजारों के मासिक वेतन पर काम करने वाले चालकों की गर्दन मरोड़ी जाएगी तो उनके आर्थिक हितों पर सीधी चपत लगना स्वाभाविक है। खबर के अनुसार कुछ मामलों में दर्री पुलिस थाना में घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी की गई है ताकि क्षेत्रीय पुलिस की टीम रात को इस इलाके की पेट्रोलिंग भी करे।

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