सफाई ठेका का अनुबंध समाप्त, भुगतान को लेकर कर्मियों ने किया प्रदर्शन

कोरबा 4 जून। एसईसीएल गेवरा प्रोजेक्ट के अंतर्गत अस्पताल में सफाई से संबंधित काम कर रहे कर्मचारियों ने वेतन नहीं मिलने के मुद्दे पर यहां के मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया। वे 5 महीने का वेतन मांग रहे हैं जबकि ठेकेदार दो महीने की जिम्मेदारी बता रहा है। खबर है कि पुराना ठेका खत्म होने के बावजूद मौखिक रूप से आगे का काम कराया जा रहा था। असली पेंच यहीं पर फंसा हुआ है।


सूचनाओं के अनुसार गेवरा के नेहरू शताब्दी अस्पताल और अन्य स्थान पर साफ.सफाई के काम में पहले जो कर्मी रखे गए थे, वर्तमान में इनमें से लगभग आधे की छंटनी कर दी गई है। बीते ठेका का अनुबंध 16 अप्रैल 2021 को समाप्त हो गया है। इस बारे में प्रबंधन को जानकारी थी इसलिए उसने अगली प्रक्रियाओं को प्रारंभ करने और कामकाज को बिना बाधित किये आगे बढ़ाने के लिए पुराने ठेकेदार को मौखिक रूप से निर्देशित कर दिया कि वह इस काम को करते रहे। आगे जो होगा देखा जाएगा। इसी आधार पर काम चल रहा है लेकिन समस्या यह है कि अनुबंध समाप्त होने से लेकर पहले का दो महीने का वेतन उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस फेर में ठेकेदार भी कर्मियों को वेतन नहीं दे सका। उपर से सफाई संबंधी काम अब भी जारी है, ऐसे में एनसीएच की सफाई से जुड़ा वर्ग नया राग अलाप रहा है। वह पांच महीने का बकाया होने का दावा कर रहा है। इसी मसले पर आज सीजीएम कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया गया। इसमें कुछ नेतानुमा लोग भी शामिल हुए और प्रबंधन पर दबाव बनाने का प्रयास किया गया। काफी देर तक हो.हल्ला होने पर सुरक्षा कर्मियों और संबंधित विभाग के अधिकारियों ने खबर ली। इस दौरान मूल विषय पर सामान्य चर्चा की गई। स्पष्ट किया गया कि वास्तव में जितना वेतन बकाया है उसकी व्यवस्था कराई जाएगी। अन्य दावों पर बात करने का सवाल ही नहीं है।

सूत्रों का कहना है कि एसईसीएल में बहुत सारे काम आदेश पर होते हैं और काफी काम मौखिक आधार पर ही लिपटते रहे हैं। अभी भी ऐसे कई काम एसईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों में चल रहे हैं। अधिकारी अपनी बला टालने के लिए ठेकेदारों को तैयार कर लेते हैं और काम निकालते हैं। कर्मियों से जुड़े स्वत्वों के मामले में क्या दिक्कतें हो रही है इसकी परवाह अधिकारी नहीं करते। इसलिए प्रदर्शन को व्यवहारिक बताया जा रहा है ताकि हो.हल्ला होने पर अधिकारियों की नींद टूटे और वे बकाया भुगतान करने की मानसिकता बनाए। ताकि ठेकेदार और उससे संबंधित कर्मियों की परेशानी दूर हो।

प्रेम झा सिविल ठेकेदार ने बताया कि जितने कर्मी मेरे द्वारा काम पर रखे गए थे उनका दो माह का वेतन बकाया है। पत्रक सिविल कार्यालय में दे दिया गया है। भुगतान की प्रक्रिया लंबित है। अधिकतम सोमवार तक यह काम होने के साथ कर्मियों को भुगतान करने की बात कही गई है। एसओ सिविल को भी इससे अवगत कराया गया है।

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