विधायक कंवर ने राजस्व मंत्री के दावे को बताया सफेद झूठ , महाविद्यालय स्थापना को लेकर प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर झूठा श्रेय लेने का आरोप
कोरबा। रामपुर क्षेत्र के विधायक और छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने जिले में आवासीय महाविद्यालय स्थापना को लेकर प्रदेश के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस झूठ के लिए राजस्व मंत्री को आम नागरिकों से माफी मांगना चाहिये।
कद्दावर आदिवासी नेता और भारतीय जनता पार्टी के विधायक ननकीराम कंवर ने कहा है कि दो दिन पहले मीडिया में समाचार आया कि राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के प्रयास से राज्य सरकार ने कोरबा में आवासीय महाविद्यालय की सौगात दी है। विधायक कंवर ने राजस्व मंत्री के दावे को सफे द झूठ बताते हुए कहा है कि कोरबा सहित प्रदेश के सात जिलों में केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने पूर्व में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) योजना के तहत नवीन आदर्श महाविद्यालय की स्वीकृति दी थी। इसी योजना के तहत जिले में आवासीय महाविद्यालय की स्थापना होना है। गत वर्ष अफसरों ने स्थल निरीक्षण भी किया था।
विधायक कंवर ने बताया कि नवीन आदर्श महाविद्यालय की स्थापना के लिए रामपुर विधानसभा क्षेत्र के उप तहसील बरपाली अंतर्गत बंजारी गांव में पांच एकड़ भूमि का चयन किया गया है। गत वर्ष 2 जुलाई 2018 को उच्च शिक्षा विभाग रायपुर से सहायक प्राध्यापक सुलोचना हबलानी सहित लीड कालेज कोरबा और एन.आई. सी. के अफसरों ने स्थल निरीक्षण भी किया था। जिला प्रशासन ने इसी समय उच्च शिक्षा विभाग को भूमि के आवश्यक दस्तावेज भी उपलब्ध करा दिये थे। उन्होंने बताया कि गत वर्ष पांच जुलाई या इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी डिजिटल लान्चिंग के जरिये कोरबा, नारायणपुर, कोण्डागांव, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा और महासमुन्द में नवीन आदर्श महाविद्यालयों का शिलान्यास करने वाले थे, लेकिन अपरिहार्य कारणों से यह कार्यक्रम नहीं हो सका था। श्री कंवर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इन सभी सात जिलों में केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की ओर से नवीन मॉडल कालेज स्थापित किये जा रहे हैं। राज्य सरकार और राजस्व मंत्री तथ्यों को छुपा कर और झूठा प्रचार कर इसका श्रेय लेने का प्रयास कर रहे हैं। इस झूठ के लिए उन्हें आम जनता से माफी मांगना चाहिए। विधायक कंवर ने यह चेतावनी भी दी है कि यदि कालेज के स्थान बदलने की कोशिश की जाएगी तो रामपुर क्षेत्र की आदिवासी बड़ा जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।