खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की चली निगरानी, जांच में लिए मैदा-बेसन

कोरबा 6 मार्च। रंगो का पर्व होली करीब है और उसकी तैयारी में बाजार भी स्वादिष्ट पकवानों व मिठाइयों से सजने लगा है। ऐसे में कहीं मिलावट या खराब गुणवत्ता इस त्यौहार की खुशियों में जहर न घोल दे, इसे देखते हुए खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम निगरानी में जुट गई है। इसी प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को विभागीय अमले ने मार्ट व तीन होटलों में निरीक्षण किया। इस दौरान वहां से मैदा, बेसन व चिकन बिरयानी के सैंपल भी लिए, जिसे जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है।

रंगों के त्योहार होली के मद्देनजर आपकी रसोई में पहुंच रहे सामान की गुणवत्ता कहीं खराब तो नहीं, इसे लेकर एक बार फि र खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम दुकानों में अभियान चला रही है। पहले दिन तीन होटलों में छापामार कार्रवाई की गई। इनमें सिगरी रेस्टारेंट, सरानिया होटल, बरकाती होटल की जांच की गई। जांच के दौरान बरकाती होटल से चिकन बिरयानी का सैंपल भी लिया गया। इससे पहले विशाल मेगा मार्ट से मैदा एवं बेसन का भी नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया। इस जांच अभियान के साथ ही प्रतिष्ठान संचालकों को होली त्योहार के मद्देनजर स्वच्छता, हाइजीन व अन्य सावधानियों का ध्यान रखते हुए नियमों का पालन कड़ाई से सुनिश्चित करने दिशा-निर्देश भी प्रदान किए गए हैं। जांच अभियान की कार्रवाई में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों विकास भगत एवं आरआर देवांगन शामिल रहे।
जिला स्तर पर प्रयोगशाला की जरूरतः-त्योहारों में तैयार होने वाली मिठाइयों में मिलावट व खराब गुणवत्ता के सामानों का इस्तेमाल अथवा रासायनिक रंगों का प्रयोग सबसे ज्यादा संभावित होता है। जांच व सैंपलिंग की कार्रवाई में बड़ी दिक्कत यह है कि कोरबा ही नहीं, बिलासपुर में भी प्रयोगशाला नहीं है। सभी सैंपल डाक के से रायपुर भेजे जाते हैं। रायपुर की प्रयोगशाला से जांच रिपोर्ट आते-आते त्योहार का सीजन बीत चुका होता है। इसलिए कोरबा के लिए जिला स्तर पर लंबे समय से स्थानीय लैब की मांग की जा रही है। हालांकि समय-समय पर मोबाइल लैब कोरबा आकर मौके पर सैंपल व जांच करती है।

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